जम्मू-कश्मीर में आतंकियों का सफाया: ऑपरेशन महादेव में तीन आतंकवादी ढेर

आतंकवादी हमले का प्रतिशोध
22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम क्षेत्र में हुए आतंकवादी हमले में 26 निर्दोष लोगों की जान गई थी। अब, सुरक्षाबलों ने इस हमले में शामिल तीन आतंकवादियों को मार गिराने में सफलता प्राप्त की है। यह संयुक्त अभियान, जिसे ऑपरेशन महादेव नाम दिया गया, भारतीय सेना, सीआरपीएफ और जम्मू-कश्मीर पुलिस द्वारा चलाया गया। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने संसद में इस ऑपरेशन की जानकारी साझा की।
आतंकियों की पहचान और कार्रवाई
गृह मंत्री ने बताया कि मारे गए आतंकवादियों की पहचान सुलेमान, अफगानी और गिब्रान के रूप में हुई है। इनमें से सुलेमान लश्कर-ए-तैयबा का एक प्रमुख कमांडर था और कई आतंकवादी गतिविधियों में शामिल रहा है। पहलगाम हमले के बाद, गृह मंत्री ने श्रीनगर जाकर सुरक्षा एजेंसियों के साथ बैठक की और आतंकवादियों को पकड़ने की योजना बनाई। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार ने यह सुनिश्चित किया था कि ये आतंकवादी पाकिस्तान भागने में सफल न हों।
दाचीगाम में आतंकियों की लोकेशन
22 मई को इंटेलिजेंस ब्यूरो को सूचना मिली कि कुछ आतंकवादी दाचीगाम क्षेत्र में छिपे हुए हैं। इसके बाद सुरक्षाबलों ने उनकी लोकेशन और संचार गतिविधियों की निगरानी शुरू की। कई हफ्तों की जानकारी जुटाने के बाद, 22 जुलाई को ऑपरेशन महादेव शुरू किया गया और तीनों आतंकवादियों को मार गिराया गया।
फॉरेंसिक जांच से पुष्टि
अमित शाह ने बताया कि आतंकवादियों की पहचान को लेकर कोई संदेह न रहे, इसके लिए फॉरेंसिक जांच कराई गई। हमले की जगह से मिले गोलियों के खोखों को मारे गए आतंकवादियों की बंदूकों से चलाई गई गोलियों से बैलिस्टिक टेस्ट के जरिए मिलान किया गया। यह टेस्ट चंडीगढ़ की फॉरेंसिक लैब में किया गया, जिसमें 100% पुष्टि हुई कि मारे गए आतंकवादियों ने ही पहलगाम में निर्दोष लोगों पर हमला किया था।
स्थानीय मददगारों की गिरफ्तारी
गृह मंत्री ने यह भी बताया कि दो स्थानीय लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जिन्होंने आतंकवादियों को छिपने और रहने में मदद की थी। यह कार्रवाई राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) की पूछताछ के आधार पर की गई। इन्हीं की मदद से आतंकवादियों की पहचान भी हुई जब उनके शव श्रीनगर लाए गए।
पाकिस्तान कनेक्शन के सबूत
शाह ने यह भी बताया कि मारे गए तीनों आतंकवादियों के पाकिस्तान से संबंध थे। दो के पास पाकिस्तान के वोटर कार्ड नंबर मिले और उनके पास से पाकिस्तान में बनी चॉकलेट भी बरामद हुई। उन्होंने पूर्व गृह मंत्री पी. चिदंबरम पर भी निशाना साधा, जिन्होंने आतंकवादियों की राष्ट्रीयता पर सवाल उठाए थे। शाह ने कहा कि ऐसे बयान पाकिस्तान को लाभ पहुंचाते हैं और देश के खिलाफ हैं।
राजनीति पर तीखा हमला
अमित शाह ने कहा कि उन्हें उम्मीद थी कि आतंकवादियों के मारे जाने की खबर पर संसद के सभी दलों में खुशी होगी, लेकिन कुछ विपक्षी नेताओं के चेहरे मुरझाए हुए थे। उन्होंने सवाल उठाया, "जब देश के दुश्मनों का सफाया हो गया, तो आपको खुशी क्यों नहीं है?"
आतंक के खिलाफ जीरो टॉलरेंस
ऑपरेशन महादेव की सफलता सरकार के इस स्पष्ट संदेश को दर्शाती है कि आतंक के खिलाफ कोई नरमी नहीं बरती जाएगी। केंद्र सरकार और सुरक्षा बलों ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा, चाहे वे देश के भीतर हों या सीमा पार से आए हों।