Newzfatafatlogo

जम्मू-कश्मीर में आतंकियों द्वारा पुलिस पर फायरिंग, कोई हताहत नहीं

जम्मू-कश्मीर में मंगलवार को आतंकियों ने पुलिस की स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप पर फायरिंग की, लेकिन इस घटना में कोई हताहत नहीं हुआ। सुरक्षा बलों ने तुरंत पूरे क्षेत्र को घेरकर आतंकियों की तलाश शुरू कर दी। यह घटना उस समय हुई जब एसओजी की टीम तलाशी अभियान चला रही थी। पिछले कुछ वर्षों में आतंकवाद के खिलाफ उठाए गए कदमों के चलते घाटी में आतंकी हमलों की घटनाओं में कमी आई है। जानें इस घटना के बारे में और क्या कदम उठाए जा रहे हैं।
 | 
जम्मू-कश्मीर में आतंकियों द्वारा पुलिस पर फायरिंग, कोई हताहत नहीं

जम्मू-कश्मीर में फायरिंग की घटना

जम्मू-कश्मीर में फायरिंग: मंगलवार को जम्मू-कश्मीर पुलिस की स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (SOG) पर आतंकवादियों ने गोलीबारी की। यह घटना शाम लगभग 7 बजे कोटरंका क्षेत्र में हुई, जब एसओजी की टीम तलाशी अभियान चला रही थी। अचानक आतंकवादियों ने उन पर फायरिंग शुरू कर दी। हालांकि, इस घटना में किसी के हताहत होने की कोई सूचना नहीं है।


सुरक्षा बलों द्वारा सर्च ऑपरेशन

रिपोर्टों के अनुसार, इस हमले के बाद सुरक्षा बलों ने पूरे क्षेत्र को घेर लिया और आतंकियों की खोज शुरू कर दी। फिलहाल, पूरे इलाके में सर्च ऑपरेशन जारी है, लेकिन अब तक किसी के घायल होने या हताहत होने की कोई खबर नहीं आई है।


भारतीय सेना का आतंकवादियों के खिलाफ अभियान

आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई: यह ध्यान देने योग्य है कि धारा 370 के हटने के बाद से पुलिस और भारतीय सेना आतंकवादियों के खिलाफ लगातार अभियान चला रही है। इस वर्ष पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद से इन अभियानों में तेजी आई है, और नियमित रूप से सर्च ऑपरेशन चलाए जा रहे हैं। इसी दौरान, जब एसओजी की टीम सर्च अभियान में थी, आतंकवादियों ने उन पर हमला किया। राहत की बात यह है कि इस घटना में कोई हताहत नहीं हुआ है।


आतंकवादियों को पनाह देने वाले संगठनों की स्थिति

संगठनों की कमजोर स्थिति: उल्लेखनीय है कि पहले जम्मू-कश्मीर में आतंकवादी हमलों की घटनाएं आम थीं, जिससे यहां के निवासियों पर हमेशा खतरा मंडराता रहता था। लेकिन पिछले दशक में आतंकवाद और अलगाववाद के खिलाफ उठाए गए कड़े कदमों के कारण आतंकवादियों को पनाह देने वाले संगठनों की स्थिति कमजोर हो गई है, जिससे घाटी में आतंकी हमलों की घटनाओं में कमी आई है।