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जम्मू-कश्मीर में आतंकी हमले की नई जानकारी: चार आतंकियों की भूमिका

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले की जांच में नया मोड़ आया है, जिसमें चार आतंकियों की संलिप्तता सामने आई है। राष्ट्रीय जांच एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, फारूक अहमद तड़वा नामक आतंकी ने हमले के दौरान पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर से घटनाक्रम पर नजर रखी। इस हमले में लश्कर-ए-तैयबा की भूमिका भी उजागर हुई है, जिसमें 26 निर्दोष भारतीय नागरिकों की जान गई। जानें इस मामले की पूरी जानकारी और इसके पीछे की साजिश।
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आतंकी हमले की जांच में नया मोड़

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हाल ही में हुए आतंकी हमले में पाकिस्तान की संलिप्तता का खुलासा हुआ है। राष्ट्रीय जांच एजेंसी की रिपोर्ट में यह बताया गया है कि इस हमले में तीन नहीं, बल्कि चार आतंकियों की भागीदारी थी। चौथे आतंकी का नाम फारूक अहमद तड़वा है, जो पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर से हमले की गतिविधियों पर नजर रख रहा था। बीबीसी उर्दू के अनुसार, फारूक हमले के दिन पीओके में सक्रिय था और उसने हमले के दौरान घटनाक्रम को देखा।


जांच के बाद तीन आतंकियों के स्केच जारी किए गए हैं, जिनमें आदिल हुसैन टोकर, हाशिम मूसा और अली भाई शामिल हैं। हाशिम मूसा इस हमले का मुख्य हमलावर था और वह पाकिस्तानी सेना में सिपाही था। बसरन घाट पर गोलीबारी से पहले, मूसा और उसके साथी एक स्थान पर छिपे हुए थे। जांच एजेंसी ने उन्हें पनाह देने वाले दो स्थानीय व्यक्तियों को भी गिरफ्तार किया है।


लश्कर-ए-तैयबा ने इस हमले की साजिश रची थी, जिसमें हाफिज सईद और पाकिस्तानी सेना की भूमिका भी सामने आई है। इस हमले में 26 निर्दोष भारतीय नागरिकों की जान गई थी। भारत ने इसके बाद लश्कर-ए-तैयबा और जैश के ठिकानों पर कार्रवाई की, जिसमें लश्कर का मुख्यालय भी ध्वस्त किया गया।


फारूक अहमद तड़वा का घर कुपवाड़ा में है, और वह 1990 में आतंकवादी गतिविधियों में शामिल होने के लिए पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर चला गया था। तड़वा पहले भी घाटी में कई आतंकी गतिविधियों में संलिप्त रहा है।