Newzfatafatlogo

जम्मू-कश्मीर में बाढ़ का कहर: बारिश ने तोड़े सभी रिकॉर्ड, 34 श्रद्धालुओं की जान गई

जम्मू-कश्मीर में इस वर्ष का मॉनसून अभूतपूर्व तबाही लेकर आया है, जिसमें भारी बारिश ने पुराने सभी रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। उधमपुर और जम्मू जिलों में भूस्खलन और बाढ़ से 34 श्रद्धालुओं की जान चली गई। बुनियादी ढांचे को गंभीर नुकसान हुआ है, और 500 से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। संचार सेवाएं ठप हो गई हैं, और रेलवे ने कई ट्रेनें रद्द कर दी हैं। प्रशासन ने झेलम नदी में बाढ़ की चेतावनी जारी की है। आने वाले दिनों में मौसम और बिगड़ने की आशंका है।
 | 
जम्मू-कश्मीर में बाढ़ का कहर: बारिश ने तोड़े सभी रिकॉर्ड, 34 श्रद्धालुओं की जान गई

जम्मू-कश्मीर में बाढ़ की स्थिति

Jammu Kashmir floods: इस वर्ष का मॉनसून जम्मू-कश्मीर में अभूतपूर्व तबाही लेकर आया है। उधमपुर और जम्मू जिलों में पिछले 24 घंटों में हुई बारिश ने सभी पुराने रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं, जिससे व्यापक भूस्खलन और बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हुई है।


बारिश के नए रिकॉर्ड

बारिश ने तोड़े पुराने रिकॉर्ड

भारत मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार, उधमपुर में बुधवार सुबह 8:30 बजे तक 24 घंटे में 629.4 मिमी बारिश हुई, जो 31 जुलाई 2019 के 342.0 मिमी के रिकॉर्ड से लगभग दोगुनी है। जम्मू में भी 296.0 मिमी वर्षा दर्ज की गई, जो 9 अगस्त 1973 के 272.6 मिमी के रिकॉर्ड को पार कर गई।


माता वैष्णो देवी यात्रा मार्ग पर भूस्खलन

माता वैष्णो देवी यात्रा मार्ग पर बड़ा हादसा

बारिश के कारण कटरा के निकट अर्धकुमारी क्षेत्र में माता वैष्णो देवी यात्रा मार्ग पर भूस्खलन हुआ, जिसमें कम से कम 34 श्रद्धालुओं की जान चली गई। यह घटना बुधवार को हुई, जबकि इससे पहले मंगलवार को भी इसी मार्ग पर भूस्खलन में नौ श्रद्धालुओं की मौत और 21 के घायल होने की सूचना मिली थी।


बुनियादी ढांचे को नुकसान

बुनियादी ढांचे को भारी नुकसान

मूसलाधार बारिश ने जम्मू-कश्मीर के बुनियादी ढांचे को गंभीर रूप से प्रभावित किया है। कई पुल ढह गए हैं, बिजली के खंभे और मोबाइल टावर गिर चुके हैं, जिससे कई क्षेत्र बाहरी संपर्क से कट गए हैं। इस स्थिति में सैकड़ों लोग फंसे हुए हैं।


500 से अधिक लोगों का रेस्क्यू

500 से ज्यादा लोगों का रेस्क्यू

जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने बताया कि निचले इलाकों में फंसे 500 से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। राहत और बचाव कार्यों में सेना, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, जम्मू-कश्मीर पुलिस और जिला प्रशासन जुटे हुए हैं।


संचार व्यवस्था प्रभावित

संचार व्यवस्था पर भी असर

जम्मू और कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने सोशल मीडिया पर बताया कि राज्य में संचार सेवाएं लगभग ठप हो चुकी हैं। इंटरनेट, वाई-फाई और मोबाइल नेटवर्क काम नहीं कर रहे हैं, जिससे स्थिति 2014 और 2019 की आपदाओं जैसी प्रतीत हो रही है।


रेलवे सेवाओं में रुकावट

रेलवे ने रद्द की ट्रेनें

भारी बारिश और भूस्खलन के कारण जम्मू और पंजाब के बीच चलने वाली लगभग 2 दर्जन ट्रेनें रद्द कर दी गई हैं। उत्तर रेलवे ने कटरा-नई दिल्ली वंदे भारत एक्सप्रेस और श्रमशक्ति एक्सप्रेस समेत कई ट्रेनों को अनिश्चितकाल के लिए रोक दिया है, जिससे यात्रियों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। 


झेलम नदी में बाढ़ का खतरा

झेलम नदी में बाढ़ की चेतावनी

दक्षिण कश्मीर में संगम के पास झेलम नदी का जलस्तर खतरे के निशान 22 फीट को पार कर चुका है। प्रशासन ने बाढ़ की चेतावनी जारी की है और लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है।


भविष्यवाणी: मौसम और बिगड़ सकता है

आने वाले दिनों में मौसम और बिगड़ सकता है

डॉप्लर रडार की ताज़ा रिपोर्ट के अनुसार जम्मू, सांबा, आरएस पुरा, अखनूर, नगरोटा, कठुआ और उधमपुर के कुछ हिस्सों में गंभीर मौसम गतिविधि देखी गई है, जिससे भारी बारिश, तेज हवाओं और ओलावृष्टि की आशंका जताई गई है। प्रशासन और बचाव एजेंसियां अलर्ट पर हैं।