जम्मू-कश्मीर में माता वैष्णो देवी यात्रा के दौरान भूस्खलन से हुई जनहानि

दुखद घटना का विवरण
जम्मू-कश्मीर में माता वैष्णो देवी के दर्शन के लिए जा रहे श्रद्धालुओं के लिए मंगलवार का दिन बेहद दुखद रहा। भारी बारिश के कारण हुए भूस्खलन ने यात्रा के नए मार्ग पर एक गंभीर हादसा उत्पन्न किया, जिसमें कई श्रद्धालुओं की जान चली गई और कई अन्य घायल हो गए। इस घटना पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गहरा दुख व्यक्त किया है और हर संभव सहायता का आश्वासन दिया है।यह दुखद घटना त्रिकुटा पहाड़ियों पर स्थित माता वैष्णो देवी भवन के निकट हिमकोटी मार्ग पर हुई। पिछले कुछ दिनों से जम्मू-कश्मीर के विभिन्न क्षेत्रों में भारी बारिश हो रही थी, जिससे जमीन कमजोर हो गई थी। मंगलवार को अचानक हुए भूस्खलन में बड़ी चट्टानें और मलबा यात्रा मार्ग पर गिर गए, जिससे कई श्रद्धालु इसकी चपेट में आ गए।
घटना के तुरंत बाद वहां अफरा-तफरी मच गई। सूचना मिलते ही श्राइन बोर्ड प्रशासन, पुलिस और आपदा मोचन बल की टीमें मौके पर पहुंचीं और बचाव कार्य शुरू कर दिया।
बचावकर्मी तेजी से मलबे में फंसे लोगों को निकालने में जुट गए। घायलों को तुरंत पास के मेडिकल सुविधा केंद्र ले जाया गया, जहां उनका इलाज चल रहा है। अधिकारियों के अनुसार, कुछ घायलों की हालत गंभीर बनी हुई है। प्रशासन ने कहा है कि उनकी प्राथमिकता सभी घायलों को बेहतर चिकित्सा सुविधा प्रदान करना है। इस हादसे के बाद यात्रा को अस्थायी रूप से रोक दिया गया है और मार्ग को साफ करने का कार्य जारी है।
प्रधानमंत्री मोदी ने इस घटना पर गहरा शोक व्यक्त किया है। उन्होंने सोशल मीडिया पर कहा, "जम्मू-कश्मीर में भूस्खलन के कारण हुई जनहानि से अत्यंत दुख हुआ है। मेरी संवेदनाएं उन परिवारों के साथ हैं जिन्होंने अपने प्रियजनों को खोया है।" उन्होंने आगे लिखा, "मैं घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं। स्थानीय प्रशासन प्रभावित लोगों की हर संभव सहायता कर रहा है।"
लगातार हो रही बारिश के कारण पहाड़ी क्षेत्रों में भूस्खलन का खतरा बना हुआ है। प्रशासन ने श्रद्धालुओं और स्थानीय लोगों से अतिरिक्त सावधानी बरतने और मौसम की जानकारी लेने के बाद ही यात्रा करने की अपील की है।