जम्मू-कश्मीर में मूसलाधार बारिश से जनजीवन प्रभावित

उधमपुर में बारिश का कहर
उधमपुर में बारिश: जम्मू-कश्मीर में खराब मौसम ने सामान्य जीवन को बुरी तरह प्रभावित किया है। लोगों को अपनी दैनिक आवश्यकताओं के लिए भी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। उधमपुर और जम्मू जिलों में पिछले 24 घंटों से लगातार बारिश ने कई रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। भारी बारिश के कारण कई क्षेत्रों में भूस्खलन की घटनाएं हुई हैं, और बाढ़ का खतरा भी बना हुआ है।
IMD की रिपोर्ट
भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने बताया कि उधमपुर में 24 घंटे तक मूसलाधार बारिश हुई है, जिससे पुराने सभी रिकॉर्ड टूट गए हैं। प्राप्त जानकारी के अनुसार, लगभग 630 मिमी बारिश दर्ज की गई, जो पिछले रिकॉर्ड से लगभग दोगुनी है। इससे पहले 2019 में 343 मिमी बारिश हुई थी।
बुनियादी ढांचे पर असर
जम्मू-कश्मीर में भारी बारिश के कारण कई सड़कें बंद हो गई हैं, जिससे तीर्थयात्री फंस गए हैं। भूस्खलन के कारण बुधवार को कटरा में अर्धकुमारी के पास 34 लोगों की जान चली गई। इससे पहले मंगलवार को भी तीन लोगों की मौत हुई थी, और कई लोग घायल बताए जा रहे हैं। मानसून ने बुनियादी ढांचे को गंभीर रूप से प्रभावित किया है, कई सड़कें और पुल ढह गए हैं, और मोबाइल तथा बिजली के खंभे भी गिर गए हैं। इन घटनाओं के कारण कई क्षेत्र मुख्यधारा से कट गए हैं। जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने भी मौसम और स्थिति के बारे में जानकारी दी है, जिसमें बताया गया है कि निचले इलाकों से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है।
सीएम उमर अब्दुल्ला की चिंता
जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने सोशल मीडिया पर इस स्थिति पर चिंता व्यक्त की है। उन्होंने अपने पोस्ट में लिखा कि लोगों को संचार व्यवस्था में कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। मोबाइल में जियो के सिग्नल आ रहे हैं, लेकिन वाई-फाई और ब्राउज़िंग में समस्याएं आ रही हैं। उन्होंने बताया कि एक्स और व्हाट्सएप का उपयोग करने में भी कठिनाइयाँ आ रही हैं। हालांकि, लोगों की सहायता के लिए सेना, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें सक्रिय हैं। इसके अलावा, जम्मू-कश्मीर पुलिस भी प्रभावित क्षेत्रों में राहत और बचाव कार्य कर रही है।