जयशंकर ने ट्रंप के सीजफायर दावे को किया खारिज
पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने 2019 में भारत-पाकिस्तान तनाव के दौरान सीजफायर का दावा किया था, जिसे भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने खारिज कर दिया। उन्होंने स्पष्ट किया कि उस समय पीएम मोदी और ट्रंप के बीच कोई सीजफायर चर्चा नहीं हुई थी। जयशंकर ने भारत की विदेश नीति की आत्मनिर्भरता और आतंकवाद के खिलाफ सख्त रुख पर जोर दिया। जानें इस महत्वपूर्ण घटनाक्रम के बारे में और अधिक जानकारी।
Jul 1, 2025, 14:37 IST
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ट्रंप का दावा और भारत का जवाब
पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में यह दावा किया कि 2019 में भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव के दौरान उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बातचीत कर दोनों देशों के बीच सीजफायर स्थापित किया था। इस पर भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने अपनी प्रतिक्रिया दी है और उस समय की घटनाओं का सच सामने रखा है।जयशंकर ने एक साक्षात्कार में बताया कि वह उस समय उस कमरे में उपस्थित थे, जहां पीएम मोदी और ट्रंप की मुलाकात हुई थी। उन्होंने स्पष्ट किया कि ट्रंप के दावे के विपरीत, उस बातचीत में सीजफायर का कोई उल्लेख नहीं था। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी ने ट्रंप से बातचीत की थी, लेकिन उसमें सीजफायर का कोई मुद्दा नहीं था।
जयशंकर ने यह भी कहा कि भारत हमेशा से यह मानता आया है कि पाकिस्तान के साथ किसी भी बातचीत का आधार आतंकवाद के खिलाफ सख्त रुख होना चाहिए। उन्होंने दोहराया कि भारत अपनी सुरक्षा और रणनीतिक निर्णय स्वयं करता है, न कि किसी अन्य देश के कहने पर।
2019 में पुलवामा हमले के बाद भारत ने बालाकोट एयरस्ट्राइक की थी, जिससे दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ गया था। इस दौरान कई अंतरराष्ट्रीय शक्तियों ने स्थिति को सामान्य करने का प्रयास किया। ट्रंप का यह दावा कि उन्होंने पीएम मोदी से बात कर स्थिति को संभाला, लेकिन जयशंकर के बयान से यह स्पष्ट हो गया है कि यह पूरी तरह से भारत की योजना और कार्रवाई थी। इस बयान के बाद यह भी स्पष्ट हो गया है कि भारत की विदेश नीति आत्मनिर्भरता और राष्ट्रीय हित पर आधारित है।