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ज़ीरकपुर बाईपास हाईवे प्रोजेक्ट: पंजाब-हरियाणा को मिलेगा 6 लेन का हाईवे

ज़ीरकपुर बाईपास हाईवे प्रोजेक्ट की घोषणा ने पंजाब और हरियाणा के निवासियों के लिए एक नई उम्मीद जगाई है। यह 19.2 किलोमीटर लंबा छह-लेन बाईपास ज़ीरकपुर को NH-7 से NH-5 तक जोड़ेगा। इस प्रोजेक्ट की लागत ₹1878.31 करोड़ है और इसका निर्माण Hybrid Annuity Mode के तहत होगा। जानें इस बाईपास के निर्माण से ट्रैफिक में कमी और यात्रा में सुविधा कैसे बढ़ेगी।
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ज़ीरकपुर बाईपास हाईवे प्रोजेक्ट: पंजाब-हरियाणा को मिलेगा 6 लेन का हाईवे

ज़ीरकपुर बाईपास हाईवे प्रोजेक्ट की जानकारी

ज़ीरकपुर बाईपास हाईवे प्रोजेक्ट: पंजाब-हरियाणा को मिलेगा 6 लेन का हाईवे: ज़ीरकपुर बाईपास हाईवे प्रोजेक्ट की घोषणा से पंजाब और हरियाणा के निवासियों को एक महत्वपूर्ण राहत मिलने जा रही है। केंद्र सरकार ने 19.2 किलोमीटर लंबा छह-लेन बाईपास बनाने की मंजूरी दे दी है, जो ज़ीरकपुर को NH-7 (पटियाला मार्ग) से जोड़ते हुए NH-5 (परवाणू मार्ग) तक जाएगा।


इस बाईपास की कुल लागत ₹1878.31 करोड़ निर्धारित की गई है और इसका निर्माण Hybrid Annuity Mode (HAM) के तहत किया जाएगा। केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने इस प्रोजेक्ट की जानकारी बुधवार को कैबिनेट की बैठक के बाद साझा की।


बाईपास का मार्ग और इसके लाभ


यह बाईपास NH-7 और NH-5 के जंक्शन को जोड़ने वाला होगा, जो ज़ीरकपुर से शुरू होकर परवाणू की दिशा में जाएगा। यह मार्ग विशेष रूप से पटियाला, दिल्ली, मोहाली एयरोसिटी और हिमाचल प्रदेश जाने वाले यात्रियों के लिए तेज और सुविधाजनक यात्रा का साधन बनेगा।


बाईपास के निर्माण से चंडीगढ़, पंचकूला और मोहाली में ट्रैफिक का दबाव कम होगा, और NH-152 के शहरी खंड में जाम की समस्याओं में भी कमी आएगी।


Hybrid Annuity Mode का कार्यप्रणाली


इस मॉडल के अंतर्गत, सरकार डेवलपर को 40% राशि निर्माण शुरू करने से पहले ही प्रदान करती है, जबकि शेष 60% निवेश निजी डेवलपर द्वारा किया जाता है।


इससे निर्माण प्रक्रिया में किसी वित्तीय संस्थान की अनुमति का इंतजार नहीं करना पड़ता, जिससे प्रोजेक्ट जल्दी शुरू हो सकता है। इस मॉडल में सड़क निर्माण और रखरखाव दोनों शामिल होते हैं, जो कि PPP यानी Public-Private Partnership का हिस्सा है।