जायमा रहमान की बांग्लादेश वापसी से राजनीतिक हलचल
बांग्लादेश की राजनीति में नई लहर
ढाका। बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया की पोती, जैमा रहमान, 17 साल बाद अपने देश लौट आई हैं। उनकी वापसी ने बांग्लादेश के राजनीतिक माहौल में हलचल मचा दी है। उन्हें बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (BNP) के युवा चेहरे के रूप में देखा जा रहा है।
बीएनपी के कार्यवाहक अध्यक्ष तारिक रहमान, जो खालिदा जिया के बेटे हैं, अपनी राजनीतिक स्थिति को मजबूत करने में लगे हुए हैं। उन्होंने ढाका में पार्टी कार्यालय से चुनाव आयोग तक एक रोड शो का आयोजन किया, जिसमें उनके समर्थकों की बड़ी संख्या शामिल थी। यह रोड शो मतदाता सूची में नाम दर्ज कराने और वोटर आईडी प्राप्त करने के लिए था।
सोशल मीडिया पर जैमा रहमान की तस्वीरों ने भी राजनीतिक चर्चाओं को बढ़ावा दिया है। बांग्लादेश लौटने के बाद, उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा कि वह अपने प्यारे जेबू के साथ बांग्लादेश की धरती पर लौटकर खुश हैं। इस पोस्ट के बाद, कई लोग मानते हैं कि जैमा जल्द ही सक्रिय राजनीति में कदम रख सकती हैं।
30 वर्षीय जैमा रहमान ने लंदन की क्वीन मैरी यूनिवर्सिटी से कानून की पढ़ाई की है और लिंकन यूनिवर्सिटी से बैरिस्टर की डिग्री प्राप्त की है। वह लंदन में एक प्रैक्टिसिंग बैरिस्टर के रूप में काम कर चुकी हैं। पिछले साल बांग्लादेश में हुए तख्तापलट के बाद, उन्होंने बीएनपी की कुछ वर्चुअल बैठकों में भाग लिया। वह पूर्व राष्ट्रपति जियाउर रहमान और पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया की इकलौती पोती हैं।
तारिक रहमान, जो 60 वर्ष के हैं, आगामी चुनाव में प्रधानमंत्री पद के प्रमुख दावेदार के रूप में उभरे हैं। उन्होंने कहा कि वह एक ऐसा बांग्लादेश बनाना चाहते हैं जहां लोग जाति, धर्म और विश्वास के भेदभाव के बिना शांति से रह सकें।
तारिक रहमान ने यह भी कहा कि जैसे देश के लोगों ने 1971 में स्वतंत्रता प्राप्त की, वैसे ही अब बांग्लादेश की स्वतंत्रता और संप्रभुता की रक्षा के लिए सभी को एकजुट होना होगा। उन्होंने कहा कि बांग्लादेश के लोग अब अपनी आवाज़ वापस पाना चाहते हैं और लोकतंत्र का अधिकार हासिल करना चाहते हैं।
तारिक रहमान अपनी पत्नी जुबैदा रहमान और बेटी जैमा रहमान के साथ अपनी मां खालिदा जिया से मिलने अस्पताल पहुंचे। इस दौरान, अस्पताल की ओर जाने वाली सड़क के दोनों ओर हजारों बीएनपी कार्यकर्ताओं और समर्थकों ने उनका स्वागत किया।
