जींद के बधाना गांव में 13 दिनों से पानी की किल्लत, विधायक से की गई मुलाकात

बधाना गांव में पानी की समस्या
- बधाना के ग्रामीणों ने विधायक से की मुलाकात
जींद। बधाना गांव में पीने के पानी की समस्या अब 13वें दिन में प्रवेश कर चुकी है, लेकिन संबंधित अधिकारी इस मुद्दे पर कोई ध्यान नहीं दे रहे हैं। इस स्थिति के विरोध में, गांव के पुरुष और महिलाएं समाजसेवी रामकरण के नेतृत्व में उचाना कलां के विधायक देवेंद्र चतुर्भुज अत्री से नगूरां गांव में मिले। विधायक ने ग्रामीणों की समस्याओं को सुनने के बाद जलापूर्ति विभाग के अधिकारियों को जल्द समाधान करने के निर्देश दिए।
ग्रामीणों ने विधायक को बताया कि बधाना गांव में लगभग 13 दिनों से सबमर्सीबल मोटर की केबल जल गई है। इसके अलावा, नहरी पानी के लिए रखी गई मोटर भी काम नहीं कर रही है, लेकिन अधिकारी केवल टैंकरों के माध्यम से पानी की आपूर्ति कर रहे हैं।
समस्या का समाधान नहीं हो रहा
ग्रामीणों का कहना है कि टैंकरों के जरिए पूरे गांव की पानी की कमी को पूरा करना असंभव है। उन्होंने अधिकारियों के पास बार-बार जाकर अपनी समस्या बताई है, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है। महिलाओं को पानी के लिए दूर-दूर खेतों में जाना पड़ रहा है, जिससे उनमें सरकार और विभाग के प्रति रोष बढ़ रहा है। ग्रामीणों ने विधायक से मांग की है कि बधाना गांव में पानी की समस्या का समाधान किया जाए।
विधायक के सामने प्रमुखता से उठाई गई समस्या
उचाना विधानसभा भाजपा की संयोजक गोस्वामी नीरज देवी ने बधाना गांव की पानी की समस्या को विधायक देवेंद्र चतुर्भुज अत्री के सामने प्रमुखता से रखा। उन्होंने बताया कि गांव में 13-14 दिनों से पानी की किल्लत है, लेकिन अधिकारी ग्रामीणों की बात नहीं सुन रहे हैं।
उन्होंने अधिकारियों से बात कर गांव के लोगों की पानी की समस्या को हल करने की अपील की, ताकि महिलाओं को पानी के लिए किसी प्रकार की कठिनाई का सामना न करना पड़े। जलापूर्ति विभाग के एसडीओ रणबीर सिंह से संपर्क करने की कोशिश की गई, लेकिन उन्होंने फोन नहीं उठाया।
अधिकारी की अनसुनी
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