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जींद जिला को 2025 तक टीबी मुक्त बनाने की पहल

जींद जिला को 2025 तक टीबी मुक्त बनाने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने एक नई पहल शुरू की है। इस योजना के तहत लगभग 300 अधिकारी टीबी रोगियों को गोद लेने का संकल्प ले चुके हैं। बैठक में स्वास्थ्य सेवाओं की समीक्षा की गई और टीबी उन्मूलन कार्यक्रम पर चर्चा की गई। जानें इस महत्वपूर्ण पहल के बारे में और कैसे आप भी इसमें योगदान दे सकते हैं।
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जींद जिला को 2025 तक टीबी मुक्त बनाने की पहल

टीबी उन्मूलन के लिए स्वास्थ्य विभाग की नई योजना


  • स्वास्थ्य विभाग के लगभग 300 अधिकारी टीबी रोगियों को गोद लेंगे


(TB-free District) जींद। स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार के लिए राज्य मुख्यालय से एनएचएम द्वारा एक महत्वपूर्ण पहल की गई है। इस पहल के तहत जिले में स्वास्थ्य सेवाओं का निरीक्षण और मूल्यांकन किया गया। इस बैठक में एनएचएम के एमडी डॉ. आरएस ढिल्लो, डीजीएचएस हैल्थ डॉ. मनीष बंसल, और अन्य प्रमुख अधिकारी शामिल हुए।


बैठक में विभिन्न स्वास्थ्य कार्यक्रमों की समीक्षा की गई, जिसमें उप सिविल सर्जन, चिकित्सा अधिकारी, और अन्य स्वास्थ्य कर्मियों की उपस्थिति रही।


टीबी रोगियों को गोद लेने का संकल्प


बैठक में टीबी उन्मूलन कार्यक्रम पर चर्चा की गई, जिसमें स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने 100 प्रतिशत टीबी रोगियों को गोद लेने का संकल्प लिया। सिविल सर्जन डॉ. सुमन कोहली और उप सिविल सर्जन डॉ. जेके मान ने इस पहल को सराहा।


स्वास्थ्य विभाग के 300 अधिकारी टीबी रोगियों को गोद लेंगे


इस बैठक में स्वास्थ्य विभाग के लगभग 300 अधिकारियों ने टीबी रोगियों को गोद लेने का संकल्प लिया। डॉ. सुमन कोहली ने इस पहल की सराहना की और जिला के नागरिकों से भी अपील की कि वे भी टीबी उन्मूलन कार्यक्रम में योगदान दें। टीबी मरीजों को गोद लेने के लिए पीएमटीएमबीए पेज पर दिए गए कोड को स्कैन करें।