जींद नगर परिषद अध्यक्ष ने राहत कोष में दी एक माह की वेतन और 3,22,101 रुपये

शहर के विकास के लिए बड़ा बजट
जींद नगर परिषद की अध्यक्ष डॉ. अनुराधा सैनी ने बताया कि शहर के विकास और सौंदर्यीकरण के लिए 4 करोड़ 30 लाख 45 हजार रुपये खर्च किए जाएंगे। इस योजना में पंछी टावरों का निर्माण भी शामिल है, जिससे पक्षियों को रहने के लिए स्थान और भोजन मिल सके। उन्होंने नागरिकों से अपील की कि वे अपने आस-पास के क्षेत्र को स्वच्छ रखें ताकि बीमारियों का फैलाव रोका जा सके। मलेरिया के बढ़ते मामलों को देखते हुए नगर परिषद द्वारा फोगिंग का कार्य भी किया जा रहा है।
पशुओं को छोड़ने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई
डॉ. सैनी ने उन लोगों को चेतावनी दी जो अपने पशुओं को शहर में छोड़ देते हैं। ऐसे व्यक्तियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। सड़कें टूटने के मामले में उन्होंने कहा कि बारिश के कारण यह स्थिति उत्पन्न हुई है, और बारिश रुकने के बाद सड़कों की मरम्मत की जाएगी। सोमवार को नगर परिषद में पत्रकारों से बातचीत करते हुए उन्होंने यह जानकारी दी।
हरियाणा और पंजाब की एकजुटता
उन्होंने कहा कि आपदा के समय हरियाणा के लोग और सरकार पंजाब के साथ खड़े हैं। मुख्यमंत्री ने पंजाब और जम्मू-कश्मीर को 5-5 करोड़ रुपये की आर्थिक सहायता दी है। जींद नगर परिषद के कर्मचारियों, अधिकारियों और पार्षदों ने भी मुख्यमंत्री राहत कोष में योगदान दिया है। उन्होंने लोगों से अपील की कि वे पंजाब में आई बाढ़ से प्रभावित लोगों की मदद के लिए आगे आएं।
सड़कों की मरम्मत का आश्वासन
डॉ. सैनी ने बताया कि उन्होंने अपने एक माह के वेतन के अलावा, नगर परिषद के अधिकारियों, कर्मचारियों और पार्षदों ने 3 लाख 22 हजार 101 रुपये की सहायता राशि मुख्यमंत्री आपदा राहत कोष में दी है। उन्होंने कहा कि नगर परिषद शहर के सौंदर्यीकरण और विकास के 17 कार्यों पर 4 करोड़ 30 लाख 45 हजार रुपये खर्च करने जा रही है। बारिश का मौसम समाप्त होने के बाद सड़कों की मरम्मत की जाएगी। इस अवसर पर नगर परिषद के ऑडिटर अशोक सैनी, गोबिंद सैनी, पार्षद सतीश हरियाणवी, उप प्रधान प्रतिनिधि मिंकू शर्मा, पार्षद संजय और अन्य पार्षद भी उपस्थित थे।