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जींद में मानसून के दौरान अधिकारियों को गंभीरता से कार्य करने की सलाह

जींद में डीसी मोहम्मद इमरान रजा ने मानसून के दौरान जलभराव की समस्या से निपटने के लिए अधिकारियों को गंभीरता से कार्य करने का निर्देश दिया है। उन्होंने पंप सेटों को दुरुस्त रखने और जल निकासी के लिए अधिकारियों की ड्यूटियां निर्धारित करने की आवश्यकता पर जोर दिया। बैठक में बाढ़ नियंत्रण उपायों की समीक्षा की गई और संबंधित विभागों के अधिकारियों को आपसी तालमेल से कार्य करने की सलाह दी गई।
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जींद में मानसून के दौरान अधिकारियों को गंभीरता से कार्य करने की सलाह

अधिकारियों को दी गई निर्देश



  • पानी का एकत्रित होना न हो, पंप सेटों को रखें दुरुस्त

  • अधिकारियों की ड्यूटी प्वाइंट वाइज सुनिश्चित करें: डीसी


(जींद) डीसी मोहम्मद इमरान रजा ने कहा कि मानसून के दौरान किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने सभी संबंधित विभागों के अधिकारियों को निर्देश दिए कि आपदा प्रबंधन के लिए गंभीरता से काम करें और सुनिश्चित करें कि पानी एकत्रित न हो। इसके लिए पंप सेटों को दुरुस्त रखना आवश्यक है। जिन क्षेत्रों में पानी जमा होता है, वहां प्वाइंट वाइज अधिकारियों की ड्यूटियां निर्धारित की जाएं ताकि जल निकासी तुरंत की जा सके।


बाढ़ नियंत्रण उपायों की समीक्षा बैठक

डीसी मोहम्मद इमरान रजा ने बुधवार को लघु सचिवालय के सभागार में बाढ़ नियंत्रण उपायों और संसाधनों की समीक्षा बैठक की। इससे पहले, हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जिला उपायुक्तों को जलभराव की समस्या को दूर करने के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।


आपसी तालमेल पर जोर

डीसी ने कहा कि संबंधित विभागों के अधिकारियों को आपसी तालमेल से कार्य करना चाहिए। अधिकारियों को पानी की समस्या के समाधान के लिए एक ठोस योजना तैयार करनी चाहिए और जल निकासी के प्रबंध तुरंत करने चाहिए। जिन क्षेत्रों में पंप सेट लगाए गए हैं, उन्हें दुरुस्त रखना अनिवार्य है।


रेलवे विभाग को निर्देश

डीसी ने रेलवे विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि शहर के दोनों रेलवे अंडरपास में बरसात के दौरान पानी निकालने की व्यवस्था समय पर करें ताकि आम जनता को आवागमन में कोई कठिनाई न हो।


जलभराव की समस्या का समाधान

बैठक के दौरान नगर परिषद, पब्लिक हेल्थ और सिंचाई विभाग के अधिकारियों ने बताया कि शहरी क्षेत्र में जलभराव की समस्या के समाधान के लिए 49 फिक्स पंप सेट और 5 मोबाइल पंप सेट उपलब्ध हैं। सिंचाई विभाग के पास 132 फिक्स पंप सेट, 45 डीजल पंप सेट और 132 इलेक्ट्रॉनिक पंप सेट भी हैं। सभी पंप सेट चालू स्थिति में हैं।