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जीएसटी में बदलाव से भारतीय अर्थव्यवस्था को मिलेगा नया संचार

केंद्रीय वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने जीएसटी में हालिया बदलावों को भारत की अर्थव्यवस्था के लिए एक महत्वपूर्ण कदम बताया है। उन्होंने कहा कि यह बदलाव पिछले 60 वर्षों में सबसे बड़ा है, जो विकास की गति को तेज करेगा और रोजगार के अवसर बढ़ाएगा। आर्थिक विशेषज्ञों का मानना है कि जीएसटी दरों का युक्तिकरण मुद्रास्फीति को कम करेगा और व्यापार में आसानी लाएगा। हालांकि, सरकार को राजस्व में मामूली हानि का सामना करना पड़ सकता है। जानें इस बदलाव के अन्य लाभ और संभावित प्रभाव।
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जीएसटी में बदलाव से भारतीय अर्थव्यवस्था को मिलेगा नया संचार

जीएसटी में बदलाव का महत्व


केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल का बयान


केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने चार सितंबर को जीएसटी दरों में बदलाव की सराहना की है। उन्होंने इसे भारत के विकास में एक महत्वपूर्ण कदम बताया है। गोयल ने कहा कि यह बदलाव पिछले 60 वर्षों में देश की अर्थव्यवस्था में सबसे बड़ा परिवर्तन है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साहसिक निर्णय के परिणामस्वरूप, देश का विकास तेजी से होगा और सभी नागरिक खुशहाल होंगे।


उन्होंने यह भी कहा कि जीएसटी में कटौती से रोजगार के अवसर बढ़ेंगे। गोयल ने बताया कि यह निर्णय प्रधानमंत्री मोदी की सोच का परिणाम है, जो चाहते हैं कि देश में व्यापार करना सरल हो और लोगों का जीवन बेहतर बने।


जीएसटी सुधारों के लाभ

आर्थिक विशेषज्ञों का मानना है कि जीएसटी स्लैब और दरों का युक्तिकरण सही दिशा में उठाया गया कदम है। हालिया जीएसटी घोषणाओं से मुद्रास्फीति में कमी आई है, विकास में वृद्धि हुई है, उपभोक्ता भावना में सुधार हुआ है, और व्यापार करने में आसानी हुई है।


राजस्व हानि की संभावना

सरकार का अनुमान है कि जीएसटी दर में कटौती से 48,000 करोड़ रुपये का वित्तीय बोझ पड़ेगा। आईसीआरए लिमिटेड की मुख्य अर्थशास्त्री अदिति नायर ने कहा कि त्योहारी अवधि में जीएसटी युक्तिकरण के कार्यान्वयन के कारण इस वित्तीय वर्ष की दूसरी छमाही में मामूली राजस्व हानि हो सकती है।


दिवाली का तोहफा

जीएसटी परिषद ने हाल ही में कई क्षेत्रों में दरों में कटौती को मंजूरी दी है, जिसे सरकार ने दिवाली का तोहफा बताया है। आवश्यक वस्तुओं की कीमतें अब कम होंगी। जीएसटी परिषद की 56वीं बैठक में 12 प्रतिशत और 28 प्रतिशत की दरों को मिलाकर जीएसटी दरों को 5 प्रतिशत और 18 प्रतिशत की दो स्लैब में तर्कसंगत बनाने का निर्णय लिया गया।


जीएसटी कटौती से राजस्व में वृद्धि

पीयूष गोयल ने बताया कि जीएसटी से सरकार को हर महीने लगभग 2 लाख करोड़ रुपये की आय हो रही है। उन्हें उम्मीद है कि इन बदलावों से टैक्स में वृद्धि होगी। उन्होंने कहा कि मांग बढ़ने से यह और भी अधिक होगा। गोयल ने विश्वास जताया कि जीएसटी में कटौती के बाद भी राजस्व में वृद्धि होगी, जिससे निवेश में तेजी आएगी और रोजगार के अवसर बढ़ेंगे।