जुबिन गर्ग की मौत: असम के मुख्यमंत्री ने हत्या का आरोप लगाया
मुख्यमंत्री का बड़ा बयान
गुवाहाटी: असम के मशहूर गायक जुबिन गर्ग की मृत्यु की जांच अब एक महत्वपूर्ण मोड़ पर पहुंच गई है। मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने सोमवार को कहा कि यह घटना एक हादसा नहीं, बल्कि हत्या का मामला है।
चार्जशीट की तैयारी
सरमा ने बताया कि जांच पूरी हो चुकी है और 8 दिसंबर तक चार्जशीट दाखिल की जाएगी। इस मामले में अब तक सात व्यक्तियों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
हत्या का मामला
‘मैं इसे हादसा नहीं कहूंगा’
तेजपुर में संवाददाताओं से बातचीत करते हुए, मुख्यमंत्री ने कहा कि यह घटना किसी दुर्घटना के रूप में नहीं देखी जा सकती। उन्होंने कहा कि जांच एजेंसियों के पास पर्याप्त सबूत हैं, लेकिन उन्होंने इन साक्ष्यों के बारे में विस्तार से जानकारी नहीं दी।
SIT की जांच और गृह मंत्रालय की मंजूरी
SIT की जांच और MHA से मंजूरी की प्रक्रिया
जुबिन गर्ग की मृत्यु की जांच असम पुलिस की CID की विशेष जांच टीम (SIT) द्वारा की जा रही है। मुख्यमंत्री ने बताया कि चूंकि यह घटना सिंगापुर में हुई थी, इसलिए भारत के गृह मंत्रालय से अनुमति आवश्यक है।
आर्थिक लेनदेन पर संदेह
करोड़ों के लेनदेन पर संदेह
अब तक इस मामले में सात लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जिनमें नॉर्थ ईस्ट इंडिया फेस्टिवल के आयोजक श्यामकानु महंता और जुबिन के मैनेजर शामिल हैं। जांच में यह भी सामने आया है कि जुबिन के सुरक्षा गार्ड्स के खातों में ₹1.1 करोड़ से अधिक की संदिग्ध राशि ट्रांसफर हुई थी।
गंभीर आरोप
मर्डर, साजिश और लापरवाही के आरोप
सभी सात आरोपी न्यायिक हिरासत में हैं और उन पर हत्या, आपराधिक साजिश, लापरवाही से मौत और हत्या के प्रयास जैसे गंभीर आरोप लगाए गए हैं। SIT ने कई इलेक्ट्रॉनिक सबूत और वित्तीय लेनदेन के रिकॉर्ड भी प्राप्त किए हैं।
सिंगापुर पुलिस की स्थिति
सिंगापुर पुलिस ने क्या कहा?
सिंगापुर पुलिस भी इस मामले की समानांतर जांच कर रही है। उन्होंने कहा कि प्रारंभिक जांच में कोई आपराधिक गतिविधि नहीं पाई गई है, लेकिन अंतिम निष्कर्ष आने में तीन महीने तक का समय लग सकता है।
