जेफ्री एपस्टीन सेक्स स्कैंडल से जुड़े नए दस्तावेज़ जारी, हाई-प्रोफाइल नामों का जिक्र
नए दस्तावेज़ों का खुलासा
नई दिल्ली - अमेरिका के विवादास्पद जेफ्री एपस्टीन सेक्स स्कैंडल से संबंधित फाइलों की एक नई खेप सार्वजनिक की गई है। अमेरिकी न्याय विभाग ने इस मामले से जुड़े 3 लाख से अधिक दस्तावेज जारी किए हैं, जिनमें सैकड़ों तस्वीरें भी शामिल हैं। विभाग ने यह स्पष्ट किया है कि पीड़ितों की पहचान को गोपनीय रखने का प्रयास किया गया है, लेकिन कुछ जानकारियाँ अनजाने में सामने आ सकती हैं।
हाई-प्रोफाइल हस्तियों का जिक्र
इन दस्तावेजों में कई प्रमुख नामों का उल्लेख है, जिनमें पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति बिल क्लिंटन, पॉप स्टार माइकल जैक्सन और ब्रिटेन के प्रिंस एंड्रयू शामिल हैं। न्याय विभाग ने बताया कि अभी भी कई दस्तावेज जांच के कारण रोके गए हैं, जिससे और खुलासों की संभावना बनी हुई है। यह मामला अमेरिकी और वैश्विक राजनीति को प्रभावित कर रहा है और अभी तक पूरी तरह से खुलासा नहीं हुआ है।
एपस्टीन के खिलाफ गंभीर आरोप
एपस्टीन पर नाबालिग लड़कियों के यौन शोषण के गंभीर आरोप लगे थे। उसकी जेल में मौत के बाद से लगातार उससे जुड़ी फाइलें सार्वजनिक होती रही हैं। हाई-प्रोफाइल हस्तियों के नाम सामने आने के कारण यह मामला और भी संवेदनशील बन गया है। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की भूमिका भी इस मुद्दे पर विवादों में रही है। चुनावी अभियान के दौरान उन्होंने एपस्टीन फाइल्स को सार्वजनिक करने का वादा किया था, लेकिन राष्ट्रपति बनने के बाद उन्होंने इसे “डेमोक्रेटिक धोखा” बताते हुए फाइलों को जारी करने में हिचक दिखाई।
ट्रंप प्रशासन की स्थिति
ट्रंप प्रशासन की इस स्थिति से उनके समर्थकों में भी नाराजगी देखी गई। टेक उद्योगपति एलन मस्क समेत कई प्रभावशाली लोगों ने आरोप लगाया कि प्रशासन जानबूझकर इस मामले से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारियाँ दबा रहा है। बढ़ते राजनीतिक दबाव के बीच, ट्रंप ने ‘एपस्टीन फाइल्स ट्रांसपेरेंसी एक्ट’ पर हस्ताक्षर किए, जिसे अमेरिकी कांग्रेस ने भारी बहुमत से मंजूरी दी थी। इसके बाद अब ये दस्तावेज सार्वजनिक किए गए हैं।
बिल क्लिंटन की प्रतिक्रिया
हालांकि, क्लिंटन पहले ही कह चुके हैं कि उन्हें एपस्टीन के साथ अपने संपर्क पर अफसोस है, लेकिन वे उसकी किसी आपराधिक गतिविधि से अनजान थे। नई तस्वीरों के बाद क्लिंटन ने कहा है कि एपस्टीन के अपराध उजागर होने से पहले ही उनके उससे संबंध खत्म हो चुके थे। इस मामले में राष्ट्रपति ट्रंप पर भी सवाल उठते रहे हैं, और डेमोक्रेटिक पार्टी ने इसे “कवर-अप” करार दिया है।
