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जैसलमेर में 8 वर्षीय बच्चे का शव मिला, परिवार में मचा कोहराम

राजस्थान के जैसलमेर जिले में एक 8 वर्षीय बच्चे का शव जंगल में मिला है, जो 11 दिन पहले लापता हुआ था। बच्चे की पहचान सूरज मेघवाल के रूप में हुई है, जो बोल और सुन नहीं सकता था। पुलिस ने शव के अवशेषों की जांच शुरू कर दी है और फॉरेंसिक रिपोर्ट का इंतजार कर रही है। इस घटना ने पूरे इलाके में हड़कंप मचा दिया है।
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जैसलमेर में 8 वर्षीय बच्चे का शव मिला, परिवार में मचा कोहराम

जैसलमेर में बच्चे की हत्या की घटना

जैसलमेर में 8 वर्षीय बच्चे का शव मिला: राजस्थान के जैसलमेर जिले से एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है। 11 दिन पहले घर के बाहर से लापता हुए एक 8 साल के बच्चे का शव सोमवार को जंगल में मृत अवस्था में पाया गया। बच्चे का शव अत्यंत क्षत-विक्षत अवस्था में था, जिससे पूरे क्षेत्र में हड़कंप मच गया है।


मोहनगढ़ थाना क्षेत्र में जंगल के पास मानव हड्डियों और कपड़ों की सूचना मिलने पर पुलिस और फॉरेंसिक साइंस लैब (FSL) की टीम मौके पर पहुंची। जांच के दौरान शव के अवशेष बिखरे हुए मिले, जो यह संकेत देते हैं कि बच्चे पर जंगली जानवरों ने हमला किया हो सकता है।


परिवार ने बच्चे की पहचान की

परिवार ने दी बच्चे की पहचान: मृत बच्चे की पहचान मांधा गांव के निवासी सूरज मेघवाल के रूप में हुई है। परिजनों ने घटनास्थल पर मिले कपड़ों और अन्य वस्तुओं के आधार पर उसकी पहचान की। सूरज 23 मई को अपने दादा-दादी के घर के बाहर खेलते समय लापता हो गया था। इसके बाद, 24 मई को परिजनों ने मोहनगढ़ थाने में उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी।


बच्चा बोलने और सुनने में असमर्थ था

बोलने और सुनने में असमर्थ था मासूम: परिवार के अनुसार, सूरज बोल और सुन नहीं सकता था, जिससे उसकी सुरक्षा को लेकर पहले से ही चिंता थी। पुलिस ने बताया कि शव के हिस्से तीन किलोमीटर तक फैले मिले, जो जंगली जानवर के हमले की ओर इशारा करता है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और शव के हिस्सों को इकट्ठा कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।


FSL जांच और डीएनए परीक्षण जारी

FSL जांच और डीएनए परीक्षण जारी: अंतिम पुष्टि के लिए शव का विसरा फॉरेंसिक जांच और डीएनए टेस्ट के लिए भेजा गया है। एसएचओ नाथू सिंह ने बताया कि पोस्टमार्टम के बाद शव को परिजनों को सौंप दिया जाएगा। जांच अधिकारी ने कहा कि सभी कानूनी प्रक्रियाओं को पूरा करने के बाद ही शव परिजनों को दिया जाएगा। फॉरेंसिक रिपोर्ट आने के बाद ही मामले में आगे की कार्रवाई की जाएगी।