जॉन कैरी ने ट्रंप की धमकी भरी नीति पर उठाए सवाल

भारत को धमकाने की ट्रंप की नीति पर जॉन कैरी की प्रतिक्रिया
नई दिल्ली। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप लगातार भारत को धमकी दे रहे हैं। अब उनके ही देश के पूर्व नेता इस पर अपनी आवाज उठाने लगे हैं। भारत के साथ टैरिफ विवाद के बीच, अमेरिका के पूर्व विदेश मंत्री जॉन कैरी ने कहा कि बातचीत के लिए आपसी सम्मान और सहयोग की आवश्यकता होती है। उन्होंने कहा कि महान देश हमेशा अल्टीमेटम नहीं देते।
ट्रंप के दोबारा राष्ट्रपति बनने के बाद अमेरिका की विदेश नीति में कई बदलाव आए हैं। इस पर पूर्व अधिकारियों ने अपनी चिंताएं व्यक्त की हैं। ओबामा प्रशासन के दौरान विदेश मंत्री रहे जॉन कैरी ने ट्रंप की धमकी भरी नीति पर टिप्पणी की है। उन्होंने कहा कि कोई भी महान देश हमेशा अल्टीमेटम नहीं देता। पीएम मोदी और ट्रंप के बीच व्यापार और टैरिफ के मुद्दे पर चल रहे तनाव को उन्होंने दुर्भाग्यपूर्ण बताया।
ईटी के वर्ल्ड लीडर फोरम में कैरी ने कहा कि अपनी महानता को साबित करने के लिए कोई भी महान देश अल्टीमेटम नहीं देता। महान देश हमेशा वास्तविक कूटनीतिक प्रयास करते हैं, जिससे आम सहमति बन सके और सामान्य कार्यों में मदद मिल सके। अमेरिका और भारत के बीच टैरिफ तनाव पर चर्चा करते हुए कैरी ने कहा कि बातचीत आपसी सहयोग और सम्मान से होती है। किसी को जबरदस्ती बातचीत के लिए नहीं कहा जा सकता।
प्रधानमंत्री मोदी को कैरी ने बताया अपना मित्र
पूर्व विदेश मंत्री कैरी ने कहा कि भारत अमेरिका के साथ बातचीत करने के लिए जो प्रयास कर रहा है, वह सराहनीय है। पीएम नरेंद्र मोदी और पियूष गोयल उनके अच्छे मित्र रहे हैं। उन्होंने उम्मीद जताई कि वे इस विवाद को बेहतर तरीके से सुलझा लेंगे। कैरी ने कहा कि इस व्यापार सौदे की बातचीत में भारत ने मजबूत प्रस्ताव रखा है। ट्रंप के सत्ता में आने के बाद से शायद ही कोई ऐसा देश हो, जिसे अमेरिका ने धमकी न दी हो। चाहे वह कनाडा हो, यूरोप के साझेदार हों, भारत जैसे मित्र देश हों या फिर चीन और रूस, ट्रंप ने पिछले छह महीनों में सभी को किसी न किसी तरीके से धमकी दी है। इस नीति के कारण अमेरिका में भी आलोचना बढ़ रही है।