जॉन बोल्टन ने सर्जियो गोर की भारत में राजदूत नियुक्ति पर उठाए सवाल

सर्जियो गोर की नियुक्ति पर जॉन बोल्टन की प्रतिक्रिया
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जॉन बोल्टन ने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा सर्जियो गोर को भारत में अगला राजदूत नियुक्त करने पर सवाल उठाया है। उन्होंने कहा कि वह गोर को इस भूमिका के लिए 'योग्य' नहीं मानते। बोल्टन ने कहा, 'मुझे नहीं लगता कि वह भारत में अमेरिकी राजदूत बनने के लिए उपयुक्त हैं।'
ट्रंप ने गोर को भारत में अमेरिका का अगला राजदूत और दक्षिण एवं मध्य एशियाई मामलों के लिए विशेष दूत के रूप में नियुक्त किया है। ट्रंप ने इस नियुक्ति की घोषणा करते हुए कहा, 'मुझे खुशी है कि मैं सर्जियो गोर को इस पद पर नियुक्त कर रहा हूँ। उनकी टीम ने संघीय सरकार के हर विभाग में लगभग 4,000 अमेरिका फर्स्ट पैट्रियट्स को नियुक्त किया है।'
भारत-अमेरिका संबंधों में तनाव
भारत-US संबंधों के मौजूदा तनावपूर्ण दौर में हो रही सर्जिया गोर की नियुक्ति
ट्रंप ने गोर को 'महान मित्र' बताते हुए उनकी व्हाइट हाउस में भूमिका की सराहना की। गोर, जो व्हाइट हाउस के प्रेसिडेंशियल पर्सनल ऑफिस के डायरेक्टर हैं, ट्रंप के करीबी सहयोगी माने जाते हैं। हालाँकि, यह नियुक्ति भारत-अमेरिका संबंधों के मौजूदा तनाव के बीच हो रही है, जहाँ ट्रंप ने भारतीय आयात पर 25% अतिरिक्त टैरिफ लगा दिया है।
बोल्टन की टिप्पणियाँ
रूसी तेल खरीद पर बोल्टन की टिप्पणी
बोल्टन ने भारत की रूसी तेल खरीद पर भी अपनी राय व्यक्त की। उन्होंने कहा कि कई देशों ने प्रतिबंधों के बावजूद इस स्थिति का लाभ उठाया है। उन्होंने स्पष्ट किया कि प्रतिबंधों का उद्देश्य रूस के राजस्व को कम करना था, जिससे यूक्रेन युद्ध को फंड किया जा सके।
हम रूसी युद्ध मशीन को ईंधन न दें- बोल्टन
बोल्टन ने कहा, 'हमारा उद्देश्य यह होना चाहिए कि हम रूसी युद्ध मशीन को ईंधन न दें।' उन्होंने यह भी कहा कि वैश्विक बाजारों में रूस द्वारा तेल की बिक्री को इस तरह कम नहीं करना चाहिए कि इससे यूरोप और अमेरिका के उपभोक्ताओं के लिए कीमतें बढ़ जाएं।
भारत-अमेरिका संबंधों पर बोल्टन की सलाह
भारत-अमेरिका संबंधों पर बोल्टन ने दी ये सलाह
बोल्टन ने कहा कि भारत को ट्रंप को एक 'एक बार का प्रस्ताव' मानकर अपने राष्ट्रीय हितों को आगे बढ़ाना चाहिए। उन्होंने कहा, 'भारत सरकार को ट्रंप को एक बार के प्रस्ताव के रूप में देखना चाहिए और जो भी कदम वे अपने राष्ट्रीय हित में समझते हैं, उन्हें उठाना चाहिए।'
ट्रंप की विदेश नीति पर बोल्टन की आलोचना
ट्रंप बहुत लेन-देन वाले शख्स
बोल्टन ने ट्रंप की विदेश नीति की आलोचना करते हुए कहा, 'ट्रंप के पास कोई समग्र राष्ट्रीय सुरक्षा रणनीति नहीं है। वह बहुत लेन-देन वाले हैं।' उन्होंने कहा कि भारत और अमेरिका के बीच तनाव का मुख्य कारण ट्रंप की अनिश्चितता है।
चीन पर टैरिफ न लगाने का सवाल
चीन पर टैरिफ न लगाने का सवाल
ट्रंप ने भारत से आयात पर 25 प्रतिशत टैरिफ लगाया है, जिससे भारतीय वस्तुओं पर कुल शुल्क 50 प्रतिशत हो गया है। हालांकि, उन्होंने चीन द्वारा रूसी तेल की खरीद के कारण चीनी आयात पर अतिरिक्त टैरिफ लगाने से परहेज किया है।