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जोधपुर में 964 पाकिस्तानी विस्थापितों को मिली भारतीय नागरिकता

जोधपुर में 19 जून को 964 पाकिस्तानी विस्थापितों को भारतीय नागरिकता का प्रमाण पत्र प्रदान किया गया। इस अवसर पर उनके चेहरे पर खुशी और संतोष की झलक देखने को मिली। जिला कलेक्टर ने इसे उनके संघर्ष और धैर्य की जीत बताया। यह समारोह दो दिवसीय नागरिकता शिविर का हिस्सा था, जिसमें और भी विस्थापितों को नागरिकता मिलने की उम्मीद है। जानें इस ऐतिहासिक क्षण के बारे में और अधिक जानकारी।
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जोधपुर में 964 पाकिस्तानी विस्थापितों को मिली भारतीय नागरिकता

जोधपुर में नागरिकता वितरण समारोह

राजस्थान समाचार: जोधपुर में 19 जून को 964 पाकिस्तानी विस्थापितों को भारतीय नागरिकता प्रदान की गई। उन्हें नागरिकता का प्रमाण पत्र सौंपा गया, जिसे पाकर उनके चेहरे पर खुशी और संतोष की झलक देखने को मिली। प्रमाण पत्र प्राप्त करते समय कई लोगों की आंखों में आंसू थे, क्योंकि यह उनके लिए किसी देश से मिली पहली पहचान और सम्मान था। यह वितरण समारोह डॉ. एस.एन. मेडिकल कॉलेज, जोधपुर के सभागार में आयोजित किया गया, जहां जनगणना कार्य निदेशालय, राजस्थान के निदेशक श्री विष्णु चरण मल्लिक ने इन विस्थापितों को प्रमाण पत्र दिए।


नागरिकता का महत्व

यह केवल कागज नहीं, आपकी नई पहचान है


श्री मल्लिक ने इस महत्वपूर्ण अवसर को विस्थापितों की मेहनत और धैर्य की जीत बताया। उन्होंने सभी नव-नागरिकों को बधाई देते हुए कहा, "आपने आज केवल कागज नहीं, बल्कि अपनी पहचान हासिल की है। आपके विस्थापन की कठिनाइयाँ अब भारतीय नागरिक होने के गर्व में बदल गई हैं, जो एक बड़ी जिम्मेदारी है।"


कर्त्तव्यों का पालन

राष्ट्र निर्माण में योगदान


जिला कलेक्टर श्री गौरव अग्रवाल ने लाभार्थियों को संबोधित करते हुए कहा, "आपकी भारतीय नागरिकता की औपचारिक शुरुआत आज से हो रही है। केंद्र और राज्य सरकारें आपके कल्याण के लिए निरंतर प्रयासरत हैं। ये 964 प्रमाण पत्र केवल संख्या नहीं हैं, बल्कि संघर्ष और साहस की कहानियाँ हैं।" उन्होंने नागरिक अधिकारों के साथ-साथ कर्तव्यों के पालन की आवश्यकता पर जोर दिया।


नागरिकता शिविर का विस्तार

दो दिवसीय शिविर का आयोजन


अतिरिक्त जिला कलक्टर (शहर प्रथम) श्री उदय भानु चारण ने बताया कि यह दो दिवसीय नागरिकता शिविर शुक्रवार को सुबह 9 बजे से शाम 6 बजे तक जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि गुरुवार को 964 पाक विस्थापितों को नागरिकता प्रमाण पत्र दिए गए और यह शिविर 20 जून को भी जारी रहेगा, जिसमें 2000 से अधिक लोगों को नागरिकता का गौरव प्राप्त होगा।