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झारखंड में जंगली हाथियों का आतंक: ग्रामीण की मौत से फैली दहशत

झारखंड के गढ़वा जिले में जंगली हाथियों के हमले में एक ग्रामीण की जान चली गई, जिससे पूरे क्षेत्र में दहशत का माहौल है। घटना के बाद ग्रामीणों ने वन विभाग की लापरवाही पर सवाल उठाए हैं। जानें इस दर्दनाक घटना के बारे में और स्थानीय लोगों की चिंताएं क्या हैं।
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झारखंड में जंगली हाथियों का आतंक: ग्रामीण की मौत से फैली दहशत

झारखंड के गढ़वा में हाथियों का हमला

रंका पुलिस थाना: झारखंड के गढ़वा जिले में जंगली हाथियों का आतंक बढ़ता जा रहा है। हालिया घटना रंका थाना क्षेत्र के विश्रामपुर गांव में हुई, जहां हाथियों के एक झुंड ने एक ग्रामीण को कुचलकर उसकी जान ले ली। इस हमले में दो अन्य ग्रामीण किसी तरह बच गए। इस घटना के बाद पूरे क्षेत्र में भय और आक्रोश का माहौल है।


शव को जंगल से बाहर लाया गया


जानकारी के अनुसार, विश्रामपुर गांव के तीन ग्रामीण किसी काम से जंगल की ओर गए थे। जब वे देर रात लौट रहे थे, तब उनका सामना हाथियों के एक बड़े झुंड से हुआ। अचानक इतने सारे हाथियों को देखकर तीनों घबरा गए और जान बचाने के लिए इधर-उधर भागने लगे। इससे हाथी आक्रोशित हो गए और उन पर हमला कर दिया। दो ग्रामीण भागने में सफल रहे, लेकिन मखड़ू उरांव नामक ग्रामीण को हाथियों ने घेरकर कुचल दिया।


घटना की सूचना मिलते ही ग्रामीणों में हड़कंप मच गया। बड़ी संख्या में लोग मौके पर पहुंचे और मृतक का शव जंगल से बाहर लाया गया। इस दुखद घटना के बाद गांव में शोक और रोष का माहौल है। ग्रामीणों का कहना है कि यह पहली बार नहीं है जब हाथियों ने किसी की जान ली हो। पिछले कुछ महीनों में ऐसे कई हमले हो चुके हैं, लेकिन वन विभाग की लापरवाही के कारण स्थिति में कोई सुधार नहीं हुआ है।


ग्रामीणों की चिंता और वन विभाग की प्रतिक्रिया


वन विभाग की टीम ने मौके पर पहुंचकर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा और मृतक के परिवार को 50 हजार रुपये की तात्कालिक आर्थिक सहायता दी। विभाग के अधिकारियों का कहना है कि हाथियों की गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है और उन्हें सुरक्षित क्षेत्र की ओर खदेड़ने की कोशिश की जा रही है।


हालांकि, स्थानीय लोगों का आरोप है कि वन विभाग केवल घटना के बाद ही सक्रिय होता है। यदि पहले से एहतियात बरती जाती, तो ऐसे हादसे टाले जा सकते थे। ग्रामीणों ने हाथियों के बढ़ते आतंक को रोकने के लिए स्थायी समाधान की मांग की है।