झारखंड में नक्सल मुठभेड़ में जवान घायल, सर्च ऑपरेशन जारी

झारखंड में नक्सलियों के साथ मुठभेड़
झारखंड में नक्सल मुठभेड़: पश्चिम सिंहभूम जिले के सरंडा जंगल में पुलिस और नक्सलियों के बीच एक मुठभेड़ हुई, जिसमें एक जवान घायल हो गया। यह मुठभेड़ तब शुरू हुई जब सुरक्षा बल इलाके में तलाशी अभियान चला रहे थे। नक्सलियों ने IED (इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस) का इस्तेमाल किया, जिससे COBRA 209 बटालियन के जवान सुनील कुमार को चोट आई। उन्हें तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया गया।
पुलिस की जवाबी कार्रवाई के बाद नक्सली घने जंगलों में भाग गए। मुठभेड़ के बाद जब इलाके की तलाशी ली गई, तो वहां से भारी मात्रा में विस्फोटक सामग्री, नक्सली यूनिफॉर्म और अन्य आपत्तिजनक सामान बरामद हुए। पुलिस के अनुसार, ये विस्फोटक कुछ दिन पहले ओडिशा-झारखंड सीमा से नक्सलियों द्वारा लूटे गए थे। ओडिशा के बांका माइंस क्षेत्र से नक्सलियों ने एक ट्रक से 4 टन विस्फोटक चुराए थे। इस मामले की जांच के लिए ओडिशा के DGP ने राउरकेला में दो दिन बिताए। अब इस घटना की जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) भी कर रही है।
सर्च ऑपरेशन की जानकारी
सर्च ऑपरेशन जारी है
पश्चिम सिंहभूम के एसपी राकेश रंजन ने मुठभेड़ की पुष्टि की और बताया कि जंगल में सर्च ऑपरेशन अभी भी जारी है। पुलिस को आशंका है कि इस क्षेत्र में माओवादी संगठन CPI (Maoist) के कई प्रमुख नेता सक्रिय हैं, जैसे मिसिर बेसरा, अनमोल, मोच्छू, अनल, असीम मंडल, अजय महतो, संगेन अंगारिया, अश्विन, पिंटू लोहरा, चंदन लोहरा, अमित डांसड़ा उर्फ अप्टन, जयकांत और रापा मुंडा। ये नक्सली किसी बड़ी वारदात की योजना बना सकते हैं।
पुलिस की कार्रवाई
30 से ज्यादा नक्सली मारे गए
इसी कारण पुलिस ने सरंडा और आसपास के जंगलों में सर्च ऑपरेशन को तेज कर दिया है। इस ऑपरेशन में चाईबासा पुलिस के साथ-साथ CoBRA, झारखंड जगुआर और CRPF के जवान भी शामिल हैं, जो लगातार जंगलों और पहाड़ी क्षेत्रों में तलाशी ले रहे हैं। पिछले हफ्ते छत्तीसगढ़ में भी एक बड़ी मुठभेड़ हुई थी, जिसमें 30 से अधिक नक्सली मारे गए थे, जिनमें नक्सलियों का प्रमुख कमांडर नामबाला केशव राव उर्फ बसवराज भी शामिल था, जिस पर 1 करोड़ रुपये का इनाम था। राज्य सरकार और सुरक्षा एजेंसियां अब और सतर्क हो गई हैं ताकि किसी भी बड़ी नक्सली वारदात को रोका जा सके.