झारखंड में भारी बारिश से तबाही: दो की मौत, कई घायल

झारखंड में बारिश का कहर
झारखंड में भारी बारिश: झारखंड के दुमका जिले में शुक्रवार सुबह हुई मूसलधार बारिश ने क्षेत्र में व्यापक नुकसान पहुंचाया। इस दौरान दो अलग-अलग घटनाओं में दो लोगों की जान चली गई, जबकि एक अन्य व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हो गया। यह घटना हंसडीहा थाना क्षेत्र के बामनखेता गांव में हुई, जहां एक कच्चे मकान की दीवार गिरने से 10 वर्षीय बच्चे की मौत हो गई और उसकी बड़ी बहन गंभीर रूप से घायल हो गई।
हंसडीहा के थाना प्रभारी प्रकाश सिंह ने बताया कि यह घटना उस समय हुई जब बच्चे अपने घर में नाश्ता बना रहे थे। अचानक कच्चे मकान की दीवार, जो ईंट और गारे से बनी थी, गिर गई। स्थानीय निवासियों ने मलबा हटाकर दोनों बच्चों को बाहर निकाला। एक बच्चा घटनास्थल पर ही मारा गया, जबकि उसकी बहन को गंभीर चोटें आईं और उसे इलाज के लिए देवघर भेजा गया। मृतक बच्चे की पहचान अमन कुमार के रूप में हुई, जबकि घायल बच्ची का नाम 14 वर्षीय मासूम कुमारी है।
दीवार गिरने से एक और व्यक्ति की मौत
इसी तरह, सरैयाहाट थाना क्षेत्र के बेलुडीह गांव में भी एक दुखद घटना घटी। वहां एक मकान की दीवार गिरने से 92 वर्षीय तिल्ली मरीक की जान चली गई। ये घटनाएं इस बात का संकेत हैं कि इस वर्ष झारखंड में मानसून ने कितनी गंभीर स्थिति उत्पन्न की है, जहां लाखों लोग भारी बारिश से प्रभावित हुए हैं।
झारखंड में मानसून की स्थिति
इस बीच, झारखंड में इस साल मानसून ने रिकॉर्ड तोड़ते हुए बारिश के नए आंकड़े प्रस्तुत किए हैं। जुलाई 2025 में राज्य में 31 दिनों में से 30 दिन लगातार बारिश हुई। इससे पहले 2006 में जुलाई महीने में केवल 23 दिन ही बारिश हुई थी। इस साल का रिकॉर्ड मौसम विभाग और विशेषज्ञों को भी चौंका दिया है।
मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, जून में हुई भारी बारिश के बाद जुलाई में मानसून ने लगातार बारिश का नया रिकॉर्ड स्थापित किया। विशेष रूप से रांची, पूर्वी सिंहभूम, और सरायकेला खरसांवा जैसे जिलों में हर दिन बारिश हुई, जिससे जलभराव और सामान्य जीवन प्रभावित हुआ। यह स्थिति न केवल किसानों के लिए संकट पैदा कर रही है, बल्कि कई क्षेत्रों में रास्तों और मकानों की स्थिति भी खराब हो गई है।