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टिनो बेस्ट: वेस्टइंडीज के तेज गेंदबाज की अनोखी कहानी

टिनो बेस्ट, वेस्टइंडीज के तेज गेंदबाज, ने अपने करियर में कई उपलब्धियां हासिल कीं, लेकिन विवादास्पद खुलासों के लिए भी जाने जाते हैं। उनकी आत्मकथा में 600 से अधिक महिलाओं के साथ संबंध बनाने का दावा किया गया है। जानें उनके क्रिकेट करियर और व्यक्तिगत जीवन के बारे में और भी दिलचस्प बातें।
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वेस्टइंडीज क्रिकेट का सुनहरा दौर

वेस्टइंडीज क्रिकेट टीम, जो कभी क्रिकेट की दुनिया में सबसे शक्तिशाली मानी जाती थी, 1970 से 1990 के दशक तक तेज गेंदबाजी के लिए प्रसिद्ध थी। इस दौरान मैल्कम मार्शल, जोएल गार्नर, कर्टली एम्ब्रोस और एंडी रॉबर्ट्स जैसे गेंदबाजों ने बल्लेबाजों के लिए चुनौती पेश की। लेकिन समय के साथ, वेस्टइंडीज क्रिकेट का स्तर गिरने लगा। कई नए तेज गेंदबाज आए, लेकिन वे अपने पूर्ववर्तियों की तरह प्रभाव नहीं छोड़ पाए।


टिनो बेस्ट का करियर

टिनो बेस्ट, जो बारबाडोस से हैं, एक ऐसे तेज गेंदबाज रहे हैं जिनका करियर अपेक्षाकृत सफल नहीं रहा। उनकी तुलना वेस्टइंडीज के महान गेंदबाज वेस हॉल से की जाती थी, लेकिन बेस्ट ने केवल 57 अंतरराष्ट्रीय मैच खेले। फिर भी, उन्होंने बल्लेबाजी में एक अनोखा रिकॉर्ड बनाया। 10 जून 2012 को बर्मिंघम में इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट मैच में, उन्होंने नंबर-11 पर बल्लेबाजी करते हुए 95 रन बनाए, जो उस समय के लिए एक रिकॉर्ड था। यह रिकॉर्ड बाद में जुलाई 2013 में ऑस्ट्रेलियाई स्पिनर एश्टन एगर ने तोड़ा।


विवादास्पद खुलासे

टिनो बेस्ट ने अपनी आत्मकथा 'माइंड द विंडोज: माई स्टोरी' में कई विवादास्पद खुलासे किए हैं। उन्होंने दावा किया कि अपने क्रिकेट करियर के दौरान वे 600 से अधिक महिलाओं के साथ रहे। उन्होंने खुद को 'ब्लैक ब्रैड पिट' कहा और लिखा, "मुझे लड़कियां बहुत पसंद हैं और लड़कियां भी मुझे पसंद करती हैं।" उन्होंने यह भी कहा कि ऑस्ट्रेलियाई लड़कियां बेहद खूबसूरत हैं और 2005 के दौरे के दौरान उन्होंने 40 से अधिक महिलाओं के साथ संबंध बनाए।


क्रिकेट में वापसी

टिनो बेस्ट ने मई 2003 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण किया, लेकिन शुरुआत में उनका प्रदर्शन संतोषजनक नहीं था। फरवरी 2008 में सीडब्ल्यूआई से कॉन्ट्रैक्ट न मिलने पर उन्होंने इंडियन क्रिकेट लीग (ICL) ज्वॉइन किया, लेकिन 2009 में उन्होंने टेस्ट टीम में वापसी की। 2012 में बांग्लादेश के खिलाफ उनके प्रदर्शन ने उन्हें फिर से सुर्खियों में ला दिया। उन्होंने कुल 25 टेस्ट, 26 वनडे और 6 टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेले, जिसमें टेस्ट में 57 विकेट और वनडे में 34 विकेट शामिल हैं।