टीवीके प्रमुख विजय के आवास पर बम धमकी से मची अफरा-तफरी

टीवीके प्रमुख विजय के चेन्नई निवास पर बम धमकी
टीवीके प्रमुख विजय का चेन्नई निवास: तमिलनाडु की राजनीति में अभिनेता से नेता बने जोसेफ विजय की समस्याएं कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। शनिवार को करूर में उनकी तमिलागा वेट्री कझागम (टीवीके) की रैली में भगदड़ के कारण 41 लोगों की जान चली गई, जिनमें 16 महिलाएं और छह बच्चे शामिल थे। इस घटना के एक दिन बाद, रविवार को चेन्नई के नीलांकुराई में स्थित उनके आलीशान आवास पर बम धमकी का फोन आया। पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए बम डिस्पोजल स्क्वॉड और स्निफर डॉग्स के साथ छापेमारी की।
गहन जांच के बाद कोई विस्फोटक नहीं मिला और धमकी को झूठा करार दिया गया। हालांकि, इस घटना ने पूरे क्षेत्र में दहशत फैला दी। धमकी का कॉल चेन्नई पुलिस के डीजीपी कार्यालय को रविवार रात लगभग 9:30 बजे ईमेल के माध्यम से प्राप्त हुआ। अनजान नंबर से आए इस संदेश में दावा किया गया था कि विजय के घर में बम लगाया गया है। सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस, बम स्क्वॉड और सेंट्रल रिजर्व पुलिस फोर्स (सीआरपीएफ) के जवान मौके पर पहुंचे। विजय के आवास के अंदर और आसपास के क्षेत्रों में घंटों तक चलाए गए सर्च ऑपरेशन में कुछ संदिग्ध नहीं पाया गया।
टीवीके प्रमुख विजय के आवास पर बम की धमकी से हड़कंप
पुलिस ने बताया कि पहले से ही सुरक्षा बढ़ा दी गई थी और अब 15 अतिरिक्त पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है। विजय उस समय घर पर थे, जो शनिवार रात करीब 12 बजे करूर से लौटे थे। यह घटना करूर भगदड़ के संदर्भ में और भी संदिग्ध लग रही है। रैली के लिए 10,000 लोगों की उम्मीद थी, लेकिन 27,000 से अधिक लोग जुट गए। आयोजकों पर लापरवाही का आरोप लगाया जा रहा है। पुलिस के अनुसार, 500 जवान तैनात थे, लेकिन विजय के देर से पहुंचने के कारण भीड़ बेकाबू हो गई। इस हादसे में 60 से अधिक लोग घायल हुए, जिनमें से कई की हालत गंभीर है।
करूर हादसे के बाद सुरक्षा हाई अलर्ट
टीवीके ने इसे 'षड्यंत्र' करार देते हुए मद्रास हाईकोर्ट में सीबीआई या एसआईटी जांच की मांग की है। हाईकोर्ट ने सोमवार को इस पर सुनवाई की, और एक पीड़ित ने आगे रैलियों पर रोक लगाने की याचिका दाखिल की। विजय ने सोशल मीडिया पर गहरा शोक व्यक्त किया। उन्होंने मृतकों के परिजनों को 20 लाख रुपये और घायलों को 2 लाख रुपये की सहायता देने की घोषणा की। एक ट्वीट में उन्होंने लिखा, 'करूर हादसे ने मेरे दिल को तोड़ दिया। यह दुख असहनीय है।' मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने भी करूर पहुंचकर पीड़ित परिवारों से मुलाकात की और सांत्वना दी। विपक्षी नेता एडाप्पादी के. पलानीस्वामी ने भी शोक व्यक्त किया।