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टेनिस खिलाड़ी राधिका यादव की हत्या: दोस्त ने खोली पारिवारिक दबाव की कहानी

टेनिस खिलाड़ी राधिका यादव की हत्या के बाद उसकी करीबी दोस्त हिमांशिका सिंह ने पारिवारिक दबाव और सख्त नियंत्रण के बारे में चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। उन्होंने बताया कि राधिका अपने परिवार के माहौल में असहज महसूस करती थी और उसके पिता का व्यवहार अत्यधिक नियंत्रित था। जानें इस भावुक वीडियो में हिमांशिका ने क्या कहा और राधिका की जिंदगी पर परिवार का प्रभाव कैसे पड़ा।
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टेनिस खिलाड़ी राधिका यादव की हत्या: दोस्त ने खोली पारिवारिक दबाव की कहानी

राधिका की करीबी दोस्त का खुलासा

टेनिस खिलाड़ी राधिका यादव की हत्या के बाद उसकी सबसे करीबी मित्र हिमांशिका सिंह ने कुछ चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। उन्होंने बताया कि राधिका अपने परिवार के माहौल में बहुत असहज महसूस करती थी। हिमांशिका के अनुसार, राधिका के कपड़े पहनने के तरीके, लड़कों से बातचीत करने और अपनी मर्जी से जीने की आदतों पर उसके परिवार को हमेशा आपत्ति थी।


परिवार का सख्त नियंत्रण

एक भावुक वीडियो में हिमांशिका ने कहा कि राधिका की जिंदगी पर उसके परिवार का बहुत सख्त नियंत्रण था। उसे यह तय करना होता था कि कब बाहर जाना है और कब लौटना है। यहां तक कि वीडियो कॉल पर बात करते समय भी उसे अपने माता-पिता को यह दिखाना पड़ता था कि वह किससे बात कर रही है।


घुटनभरे माहौल की कहानी

हिमांशिका ने बताया कि राधिका का परिवार बहुत रूढ़िवादी था। उसे शॉर्ट्स पहनने और अपनी शर्तों पर जीने के लिए बार-बार शर्मिंदा किया जाता था। उन्होंने कहा, "जब वह मुझसे बात करती थी, तो उसे अपने माता-पिता को दिखाना होता था कि वह किससे बात कर रही है। टेनिस अकादमी उसके घर से केवल 15 मिनट की दूरी पर थी, लेकिन उसे सख्ती से तय समय में लौटने के निर्देश मिलते थे।"


पिता का नियंत्रित व्यवहार

हिमांशिका ने राधिका के पिता पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि उनका व्यवहार बहुत नियंत्रित था। वह उसे लगातार नीचा दिखाते थे और उसकी आलोचना करते थे। उन्होंने कहा, "राधिका बहुत मासूम और प्यारी थी, लेकिन धीरे-धीरे उसने अपने सभी शौक छोड़ दिए। घर का माहौल बहुत दबाव भरा था।"


हर बात का जवाब देना पड़ता था

हिमांशिका ने बताया कि राधिका को हर छोटी-बड़ी बात का जवाब देना पड़ता था। "उसके घर में बहुत ज़्यादा पाबंदियां थीं। वह ज़्यादा लोगों से घुलती-मिलती नहीं थी। उसका अधिकांश समय माता-पिता की निगरानी में ही गुजरता था।" उन्होंने कहा कि राधिका के माता-पिता हमेशा इस बात से चिंतित रहते थे कि समाज क्या कहेगा, और इसी मानसिकता ने राधिका को अंदर ही अंदर तोड़ दिया।


राधिका की मेहनत और संघर्ष

हिमांशिका ने कहा कि राधिका एक होनहार और मेहनती लड़की थी, जिसने टेनिस में करियर बनाने के लिए बहुत कुछ सहा और सीखा। लेकिन पारिवारिक पाबंदियों और सामाजिक दबाव ने उसे पूरी तरह से तोड़ दिया। उसकी जिंदगी धीरे-धीरे सिमटती चली गई और अंत में उस पर बंदूक तान दी गई।