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ट्रंप और पुतिन की अलास्का बैठक: वैश्विक राजनीति में नया मोड़

अलास्का में ट्रंप और पुतिन की हालिया बैठक ने वैश्विक राजनीति में नई हलचल पैदा की है। इस बैठक का मुख्य उद्देश्य यूक्रेन युद्ध के संदर्भ में चर्चा करना था, लेकिन इसके परिणाम केवल भविष्य की संभावनाओं तक सीमित रह गए। पूर्व अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जॉन बोल्टन ने पुतिन की कूटनीतिक जीत की बात की, जबकि ट्रंप ने इसे अपनी सफलता बताया। जानें इस बैठक के दौरान दोनों नेताओं की स्थिति और उनके कूटनीतिक दृष्टिकोण के बारे में।
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ट्रंप और पुतिन की अलास्का बैठक: वैश्विक राजनीति में नया मोड़

अलास्का में ट्रंप और पुतिन की बैठक का प्रभाव

अलास्का में ट्रंप और पुतिन के बीच हुई मुलाकात ने अंतरराष्ट्रीय राजनीति में हलचल पैदा कर दी है। यह बैठक यूक्रेन युद्ध के संदर्भ में उम्मीदों के साथ आयोजित की गई थी, लेकिन इसके परिणामस्वरूप केवल भविष्य की चर्चाओं की संभावनाएं ही सामने आईं।


बोल्टन का बयान: पुतिन की कूटनीतिक जीत

पूर्व अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जॉन बोल्टन ने इस बैठक पर टिप्पणी करते हुए कहा कि पुतिन ने अपनी रणनीति को और मजबूत किया है। उन्होंने बताया कि पुतिन का मुख्य उद्देश्य संबंधों को पुनः स्थापित करना था, जिसमें वे सफल रहे हैं। बोल्टन के अनुसार, पुतिन ने अब तक लगाए गए प्रतिबंधों से बचने में सफलता पाई है और उन पर युद्धविराम थोपने की कोई मजबूरी नहीं है। इस कारण उन्हें इस बैठक का सबसे बड़ा विजेता माना जा सकता है।


ट्रंप की स्थिति: कोई ठोस परिणाम नहीं

इसके विपरीत, ट्रंप इस बैठक से कोई महत्वपूर्ण लाभ नहीं उठा पाए। बोल्टन ने कहा कि ट्रंप के पास न तो कोई नया समझौता था और न ही कोई ठोस घोषणा। उन्हें केवल 'आगे और बैठकों' का आश्वासन मिला। यह स्थिति दर्शाती है कि ट्रंप की कूटनीतिक तैयारी पुतिन की तुलना में कमजोर थी।


ट्रंप की थकान और शारीरिक भाषा

बोल्टन ने ट्रंप की शारीरिक भाषा पर भी ध्यान दिया। उन्होंने कहा कि बैठक के दौरान ट्रंप थके हुए नजर आ रहे थे। हालांकि वह निराश नहीं दिखे, लेकिन उनकी थकान यह संकेत देती है कि वार्ता का दबाव उन पर हावी हो रहा था। बोल्टन का मानना है कि यह थकान उनके कूटनीतिक दृष्टिकोण और निर्णयों पर भी प्रभाव डाल सकती है।


ट्रंप का दावा: बैठक सफल रही

हालांकि बोल्टन ने इस वार्ता को पुतिन की जीत बताया, ट्रंप ने इसे अपनी सफलता के रूप में पेश किया है। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रुथ सोशल पर लिखा कि अलास्का की बैठक बेहद 'सफल' रही। ट्रंप ने यह भी कहा कि उनका लक्ष्य केवल युद्धविराम नहीं, बल्कि एक स्थायी शांति समझौता करना है, जिससे रूस-यूक्रेन युद्ध समाप्त हो सके। उनका कहना था कि युद्धविराम अक्सर टूट जाते हैं, जबकि शांति समझौता एक स्थायी समाधान हो सकता है।