ट्रंप का दावा: भारत-पाकिस्तान संघर्ष को संभालने में अमेरिका की भूमिका

ट्रंप का बयान
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में कहा कि उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच चार दिनों तक चले सैन्य संघर्ष को नियंत्रित किया, जो एक संभावित 'परमाणु युद्ध' में बदल सकता था।
व्हाइट हाउस में शुक्रवार को दिए गए अपने बयान में, ट्रंप ने यह भी कहा कि इस संघर्ष के दौरान पांच या छह विमान 'मार गिराए गए' थे। हालांकि, उन्होंने यह स्पष्ट नहीं किया कि ये विमान किस देश के थे - भारत या पाकिस्तान, या फिर दोनों देशों के नुकसान की बात कर रहे थे।
भारत का दृष्टिकोण
भारत ने हमेशा कहा है कि दोनों देशों ने अपनी सैन्य कार्रवाई आपसी बातचीत के माध्यम से रोकी थी और इसमें अमेरिका की कोई मध्यस्थता नहीं थी।
ट्रंप ने यह बयान अजरबैजान के राष्ट्रपति इल्हाम अलीयेव और आर्मेनिया के प्रधानमंत्री निकोल पाशिनयान की उपस्थिति में दिया।
शांति समझौता
ये तीनों नेता एक त्रिपक्षीय हस्ताक्षर समारोह में शामिल हुए, जहां अमेरिका की मध्यस्थता में एक शांति समझौते पर हस्ताक्षर किए गए।
ट्रंप ने कहा, 'राष्ट्रपति के रूप में मेरी सबसे बड़ी आकांक्षा दुनिया में शांति और स्थिरता लाना है। आज का यह समझौता भारत और पाकिस्तान के साथ हमारी सफलता के बाद हुआ है।'
संघर्ष का समाधान
राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा, 'वे एक-दूसरे के खिलाफ पूरी ताकत से लड़ रहे थे, हालात काफी गंभीर हो गए थे। लेकिन जैसा कि आप जानते हैं, एक बड़ा टकराव- शायद परमाणु युद्ध- हो सकता था, लेकिन ठीक पहले दोनों महान नेता एकसाथ आए और हालात को संभाला।'
उन्होंने यह भी कहा कि वह व्यापार के माध्यम से संघर्ष को सुलझा रहे हैं। ट्रंप ने कहा, 'मैंने भारत और पाकिस्तान के बीच मामला सुलझाया। मुझे लगता है कि इसका बड़ा कारण व्यापार था, बाकी किसी वजह से नहीं।' इस कार्यक्रम में उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्ष का दो बार उल्लेख किया।