ट्रंप ने अमेरिकी कंपनियों को चीन में कारखाने लगाने से रोका

ट्रंप की नई नीति पर जोर
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चीन में उत्पादन इकाइयाँ स्थापित करने और भारत में श्रमिकों को नियुक्त करने के लिए अमेरिकी तकनीकी कंपनियों की आलोचना की। उन्होंने चेतावनी दी कि उनके राष्ट्रपति पद के दौरान ऐसा करने के दिन समाप्त हो चुके हैं।
यह टिप्पणी ट्रंप ने बुधवार को आयोजित एआई शिखर सम्मेलन में की, जहाँ उन्होंने कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) से संबंधित तीन कार्यकारी आदेशों पर हस्ताक्षर किए। इनमें व्हाइट हाउस की एआई उपयोग के लिए कार्य योजना भी शामिल है।
उन्होंने कहा कि लंबे समय से अमेरिका का अधिकांश तकनीकी उद्योग 'कट्टरपंथी वैश्वीकरण' का पालन कर रहा था, जिससे लाखों अमेरिकी नागरिकों को ठगा हुआ महसूस हुआ।
ट्रंप ने कहा, 'हमारी कई प्रमुख तकनीकी कंपनियों ने चीन में कारखाने स्थापित करके, भारत में श्रमिकों को नौकरी देकर और आयरलैंड में लाभ में कटौती करके अमेरिकी स्वतंत्रता का लाभ उठाया है। इसके साथ ही, उन्होंने अपने ही देश में नागरिकों को गुमराह करने और उन पर सेंसरशिप लगाने का काम किया है। राष्ट्रपति ट्रंप के कार्यकाल में, ये दिन अब समाप्त हो गए हैं।'
उन्होंने आगे कहा, 'एआई की दौड़ में जीतने के लिए, सिलिकॉन वैली और उससे आगे देशभक्ति और राष्ट्रीय निष्ठा की एक नई भावना की आवश्यकता होगी।' ट्रंप ने कहा, 'हमें ऐसी अमेरिकी तकनीकी कंपनियों की आवश्यकता है जो पूरी तरह से अमेरिका के प्रति समर्पित हों। हमें चाहिए कि आप अमेरिका को प्राथमिकता दें। आपको ऐसा करना होगा। यही हमारी इच्छा है।'
इस अवसर पर, ट्रंप ने एआई से संबंधित तीन कार्यकारी आदेशों पर हस्ताक्षर किए, जिसमें व्हाइट हाउस की कार्य योजना भी शामिल है। यह योजना अमेरिकी एआई प्रौद्योगिकी 'पैकेज' के निर्यात को बढ़ावा देकर अमेरिकी एआई उद्योग को समर्थन देने के लिए एक समन्वित राष्ट्रीय प्रयास स्थापित करती है।