ट्रंप ने अमेरिकी कंपनियों को दिया भारत और चीन के खिलाफ सख्त संदेश

ट्रंप का आक्रामक रुख
न्यूयॉर्क: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में भारत और चीन के प्रति अपनी कड़ी नीति को फिर से दोहराते हुए अमेरिकी टेक कंपनियों को स्पष्ट चेतावनी दी है। उन्होंने कहा कि कंपनियों को अब चीन में फैक्ट्रियां स्थापित करने और भारत में कर्मचारियों को नियुक्त करने की पुरानी रणनीति को छोड़कर अमेरिका को प्राथमिकता देनी चाहिए।
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस समिट में बयान
ट्रंप ने यह बयान बुधवार को एक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) समिट के दौरान दिया, जहां उन्होंने अमेरिकी AI उद्योग को बढ़ावा देने के लिए तीन महत्वपूर्ण कार्यकारी आदेशों पर हस्ताक्षर किए।
टेक कंपनियों पर कटाक्ष
समिट में ट्रंप ने कहा कि अमेरिका की बड़ी टेक कंपनियां लंबे समय से 'कट्टर वैश्वीकरण' की नीति पर चल रही हैं, जिससे लाखों अमेरिकी नागरिकों को निराशा का सामना करना पड़ा है। उन्होंने कहा, "इन कंपनियों ने अमेरिकी स्वतंत्रता का लाभ उठाया, लेकिन अपनी फैक्ट्रियां चीन में स्थापित कीं, कर्मचारियों को भारत से रखा और मुनाफा आयरलैंड में छिपाया। इस दौरान उन्होंने अपने देश के लोगों की अनदेखी की।"
देशभक्ति की अपील
ट्रंप ने जोर देकर कहा, "मेरे नेतृत्व में अब यह सब खत्म हो गया है! अब समय आ गया है कि टेक कंपनियां अमेरिका को प्राथमिकता दें।" उन्होंने सिलिकॉन वैली की सभी कंपनियों से 'देशभक्ति और राष्ट्रीय निष्ठा' की भावना को अपनाने की अपील की।
कार्यकारी आदेशों का उद्देश्य
इस समिट में ट्रंप द्वारा हस्ताक्षरित कार्यकारी आदेशों में एक व्हाइट हाउस एक्शन प्लान भी शामिल है, जिसका उद्देश्य अमेरिकी AI उद्योग को मजबूत करना और अमेरिकी AI तकनीक को वैश्विक स्तर पर निर्यात करना है। यह कदम अमेरिका को AI की वैश्विक दौड़ में आगे रखने की ट्रंप की महत्वाकांक्षी योजना का हिस्सा है।