ट्रंप ने एंटीफा को आतंकवादी संगठन घोषित करने की योजना बनाई
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एंटीफा को आतंकवादी संगठन के रूप में मान्यता देने की योजना की घोषणा की है। एंटीफा, जो एक विकेन्द्रीकृत फासीवाद-विरोधी आंदोलन है, के सदस्यों की पहचान और उनके कार्यों पर चर्चा की गई है। जानें कि ट्रंप ने इस समूह को क्यों खतरनाक बताया और इसके इतिहास के बारे में क्या जानकारी है।
Sep 18, 2025, 09:57 IST
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ट्रंप की घोषणा
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बुधवार को यह जानकारी दी कि वह एंटीफा, जो एक फासीवाद-विरोधी आंदोलन है, को "प्रमुख आतंकवादी संगठन" के रूप में मान्यता देने की तैयारी कर रहे हैं। एंटीफा, जिसका अर्थ 'एंटी-फासिस्ट्स' है, वास्तव में एक संगठित समूह नहीं है, बल्कि यह विभिन्न अति-वामपंथी समूहों का एक व्यापक नाम है। ये समूह विशेष रूप से प्रदर्शनों के दौरान फासीवादियों और नव-नाजियों का विरोध करते हैं। हालांकि, यह स्पष्ट नहीं है कि प्रशासन एक विकेन्द्रीकृत आंदोलन को आतंकवादी संगठन कैसे घोषित करेगा, और व्हाइट हाउस ने इस पर तुरंत कोई जानकारी नहीं दी।
एंटीफा को आतंकवादी संगठन के रूप में मान्यता
ब्रिटेन की यात्रा पर गए ट्रंप ने सोशल मीडिया पर यह घोषणा की। उन्होंने एंटीफा को 'खतरनाक, उग्रवादी वामपंथी समस्या' बताया और इसके वित्तपोषकों की जांच करने की सिफारिश की। चूंकि एंटीफा एक घरेलू समूह है, यह विदेश विभाग की विदेशी आतंकवादी संगठनों की सूची में शामिल नहीं हो सकता। इस सूची में इस्लामिक स्टेट और अल-कायदा जैसे समूह शामिल हैं। यदि एंटीफा को आतंकवादी संगठन का दर्जा दिया जाता है, तो न्याय विभाग उन लोगों पर कार्रवाई कर सकता है जो इस समूह का समर्थन करते हैं।
एंटीफा की पहचान
एंटीफा एक गुप्त समूह है जो हाल के वर्षों में उभरा है। इसके आधिकारिक नेताओं की पहचान ज्ञात नहीं है। इसके सदस्य अक्सर काले कपड़े पहनकर नस्लवाद और अति-दक्षिणपंथी विचारों के खिलाफ प्रदर्शन करते हैं, और कभी-कभी हिंसक रणनीतियों को आत्मरक्षा के रूप में सही ठहराते हैं।
एंटीफा का इतिहास
एंटीफा शब्द ट्रंप के पहले कार्यकाल के दौरान प्रमुखता से उभरा। अमेरिकी प्रतिनिधि सभा के दस्तावेज़ों के अनुसार, एंटीफा का कोई संगठित आंदोलन नहीं है, बल्कि यह अमेरिका और अन्य देशों में फैले स्थानीय कार्यकर्ताओं का एक ढीला संगठन है। इसके अनुयायी छोटे-छोटे समूहों में संगठित हैं।
पृष्ठभूमि और सक्रियता
एंटीफा के सदस्य खुद को एक विरोध परंपरा का हिस्सा मानते हैं, जो द्वितीय विश्व युद्ध से पहले नाज़ी जर्मनी और फ़ासीवादी इटली के खिलाफ थी। अमेरिका में एंटीफा की सक्रियता की जड़ें 1980 के दशक में नस्लवाद-विरोधियों से जुड़ी हैं।
हालिया घटनाएँ
2017 में वर्जीनिया के चार्लोट्सविले में श्वेत वर्चस्ववादियों और एंटीफा समर्थकों के बीच हुई हिंसक झड़पों के बाद एंटीफा समूहों को प्रमुखता मिली। पिछले कुछ वर्षों में, ये समूह विरोध प्रदर्शनों में तेजी से सक्रिय हो गए हैं। उदाहरण के लिए, 2016 में एंटीफा ने एक नव-नाज़ी रैली का विरोध किया, जिसमें कई लोग घायल हुए थे।