डॉ. एस. जयशंकर का पाकिस्तान पर कड़ा बयान: आतंकवाद के खिलाफ वैश्विक एकता की आवश्यकता

डॉ. एस. जयशंकर का पाकिस्तान पर हमला
डॉ. एस. जयशंकर का बयान: विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने मंगलवार को ब्रसेल्स में एक संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में पाकिस्तान पर तीखा हमला किया। उन्होंने पाकिस्तान को 'टेररिस्तान' की संज्ञा दी और वैश्विक समुदाय से आतंकवाद और परमाणु ब्लैकमेल के खिलाफ ठोस कदम उठाने की अपील की।
यूरोपीय संघ की विदेश नीति प्रमुख काजा कैलास के साथ बातचीत करते हुए, जयशंकर ने कहा, "यह केवल दो देशों के बीच का पारंपरिक संघर्ष नहीं है। यह भारत के लिए आतंकवाद के खतरे और इसके संचालन के खिलाफ सीधी प्रतिक्रिया है। इसे भारत-पाकिस्तान के दृष्टिकोण से नहीं, बल्कि भारत और टेररिस्तान के रूप में देखना चाहिए।"
भारत का आतंकवाद और परमाणु धमकी पर सख्त रुख
जयशंकर का जीरो टॉलरेंस का संदेश: उन्होंने कहा, "हमें विश्वास है कि आतंकवाद के हर रूप के लिए जीरो टॉलरेंस होना चाहिए। इसके साथ ही, किसी भी स्थिति में परमाणु हमले की धमकी को स्वीकार नहीं किया जाना चाहिए। यह पूरी दुनिया के लिए एक गंभीर चुनौती है।" उल्लेखनीय है कि 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 भारतीय नागरिकों की जान गई थी। इसके जवाब में, भारत ने 7 मई को ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान और पीओके में आतंकवादी ठिकानों पर सटीक हमले किए।
जयशंकर ने चेतावनी दी, "यदि पाकिस्तान ने फिर से उकसाया, तो हमारा जवाब और भी कठोर होगा। हमारा प्रतिशोध सीमाओं से बंधा नहीं है। हम पाकिस्तान के अंदर गहराई तक पहुंच सकते हैं।"
पाकिस्तान के एयरबेस पर भारत की कार्रवाई
जयशंकर ने बताया कि भारत की कार्रवाई में पाकिस्तान के 8 बड़े एयरबेस को नष्ट कर दिया गया है। यह गूगल सैटेलाइट से स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है कि उनके रनवे और हैंगर तबाह हो चुके हैं। उन्होंने कहा, "यूरोप में भी आतंकवाद होता है, लेकिन कोई यूरोपीय देश इसे राज्य नीति के रूप में नहीं अपनाता। पाकिस्तान का आतंकवाद को समर्थन इसे भारत के लिए एक विशिष्ट चुनौती बनाता है।"