डॉ. जयशंकर का टेररिस्तान बयान: आतंकवाद के खिलाफ भारत की निर्णायक प्रतिक्रिया

जयशंकर का आतंकवाद पर कड़ा बयान
Jaishankar Terroristan remark: ब्रुसेल्स में भारतीय विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने पाकिस्तान को आतंकवाद का प्रतीक मानते हुए उसे 'टेररिस्तान' कहा। उन्होंने यह स्पष्ट किया कि यह केवल भारत और पाकिस्तान के बीच का पारंपरिक विवाद नहीं है, बल्कि आतंकवाद के खिलाफ भारत की ठोस प्रतिक्रिया है।
वैश्विक समुदाय से जीरो टॉलरेंस की अपील
जयशंकर ने यूरोपीय संघ की विदेश नीति प्रमुख काजा कैलास के साथ एक संयुक्त प्रेस वार्ता में आतंकवाद और परमाणु ब्लैकमेल के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति अपनाने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि भारत किसी भी उकसावे का सख्त जवाब देगा और आतंकवादियों को उनके ठिकानों पर जाकर समाप्त करेगा।
"This is not a conflict between two states. This is actually a response to terrorism.
— The Analyzer (News Updates🗞️) (@Indian_Analyzer) June 10, 2025
~ Don't think of it as India-Pakistan, think of it as India - TERRORISTAN"
~ S Jaishankar makes it clear again - India vs TERROR👏🏼pic.twitter.com/bKuiEFSawJ
भारत बनाम टेररिस्तान
डॉ. जयशंकर ने कहा, "यह संघर्ष दो देशों के बीच नहीं है। यह आतंकवाद और उसकी नीतियों के खिलाफ भारत की प्रतिक्रिया है। इसे भारत-पाकिस्तान के दृष्टिकोण से नहीं, बल्कि 'भारत बनाम टेररिस्तान' के रूप में देखना चाहिए।"
उन्होंने आतंकवाद के खिलाफ वैश्विक सहयोग की आवश्यकता पर जोर देते हुए कहा, "हमें आतंकवाद के सभी रूपों के प्रति जीरो टॉलरेंस अपनाना चाहिए और परमाणु ब्लैकमेल के आगे कभी नहीं झुकना चाहिए। यह वैश्विक समुदाय की साझा चुनौती है।"
पहलगाम हमले के बाद की कार्रवाई
22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 लोगों की मौत के बाद, भारत ने 7 मई को ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान और पीओके में आतंकियों के ठिकानों पर सटीक हमले किए।
जयशंकर ने Politico को दिए एक साक्षात्कार में कहा, "अगर आतंकवादी संगठन अप्रैल जैसी बर्बरता दोहराते हैं, तो उन्हें जवाब दिया जाएगा, और वह जवाब आतंकियों और उनके नेतृत्व पर होगा।"
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि भारत की जवाबी कार्रवाई किसी भौगोलिक सीमा तक सीमित नहीं होगी। "हमें परवाह नहीं कि वे कहां छिपे हैं। अगर वे पाकिस्तान के भीतर भी हैं, तो हम वहां तक पहुंचेंगे।"
पाकिस्तान की शांति की गुहार
जयशंकर ने कहा कि भारत की वायुसेना द्वारा पाकिस्तानी एयरफील्ड्स को निष्क्रिय करने के बाद पाकिस्तान शांति की गुहार लगाने पर मजबूर हुआ। उन्होंने कहा, "10 मई को लड़ाई इसलिए रुकी, क्योंकि हमने पाकिस्तान के आठ प्रमुख एयरबेस को निशाना बनाकर उन्हें अक्षम कर दिया।" उन्होंने यह भी जोड़ा कि गूगल की सैटेलाइट तस्वीरें इस हमले की पुष्टि करती हैं।
आतंक के केंद्रों पर कार्रवाई
जयशंकर ने बताया कि भारत ने मुरिदके और बहावलपुर जैसे प्रमुख आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया। उन्होंने कहा, "इन स्थानों से दशकों से भारत पर हमले किए जाते रहे हैं। लेकिन इस बार हमने स्पष्ट संदेश दिया कि हम आतंकियों को कहीं भी ढूंढकर खत्म करेंगे।"
उन्होंने भारत की सुरक्षा नीति को स्पष्ट करते हुए कहा, "हम अपने लोगों को नुकसान पहुंचाने वाले आतंकियों के खिलाफ कभी भी, कहीं भी कार्रवाई करने का अधिकार सुरक्षित रखते हैं।"
जयशंकर ने जोर देकर कहा कि आतंकवाद एक वैश्विक समस्या है, लेकिन भारत की चुनौती विशेष है क्योंकि पाकिस्तान आतंकवाद को राज्य की नीति के रूप में अपनाता है।
यूरोप में आतंकवाद के खिलाफ भारत की मुहिम
जयशंकर का यह बयान यूरोप के दौरे के दौरान आया, जहां वे बेल्जियम, फ्रांस और यूरोपीय संघ के नेताओं के साथ द्विपक्षीय संबंधों और आतंकवाद के खिलाफ सहयोग पर चर्चा कर रहे हैं।