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डोनाल्ड ट्रंप और शी जिनपिंग के बीच व्यापारिक रिश्तों में नई शुरुआत

डोनाल्ड ट्रंप और शी जिनपिंग के बीच व्यापारिक रिश्तों में नई शुरुआत हो रही है। दोनों नेताओं ने हाल ही में फोन पर बातचीत की, जिसमें उन्होंने ताइवान और यूक्रेन के मुद्दों पर चर्चा की। ट्रंप ने बताया कि उन्होंने शी के निमंत्रण को स्वीकार कर लिया है और शी साल के अंत में अमेरिका का दौरा करेंगे। अमेरिका ने ताइवान को 330 मिलियन डॉलर के हथियारों की बिक्री को मंजूरी दी है, जिस पर चीन ने कड़ा विरोध जताया है। जानें इस महत्वपूर्ण वार्ता के बारे में और क्या कुछ हुआ।
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डोनाल्ड ट्रंप और शी जिनपिंग के बीच व्यापारिक रिश्तों में नई शुरुआत

डोनाल्ड ट्रंप की चीन यात्रा


डोनाल्ड ट्रंप अप्रैल में चीन का दौरा करेंगे


US-China Trade Deal, वॉशिंगटन : इस वर्ष अप्रैल में शुरू हुए अमेरिका और चीन के बीच टैरिफ युद्ध का अंत हो चुका है। दोनों देश अब आपसी सहयोग और संवाद के माध्यम से अपने व्यापारिक संबंधों को और मजबूत करने के लिए तत्पर हैं। इस दिशा में, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ फोन पर विस्तृत चर्चा की।


ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर इस बातचीत के बारे में जानकारी साझा करते हुए कहा कि शी जिनपिंग के साथ उनकी बातचीत बहुत सकारात्मक रही। दोनों नेताओं ने यूक्रेन युद्ध, फेंटेनाइल तस्करी और कृषि समझौतों पर चर्चा की। ट्रंप ने कहा, "हमने अपने किसानों के लिए एक महत्वपूर्ण सौदा किया है, और यह और भी बेहतर होगा।" उन्होंने यह भी बताया कि उन्होंने शी के निमंत्रण को स्वीकार कर लिया है और शी साल के अंत में अमेरिका का दौरा करेंगे।


ताइवान और यूक्रेन पर चर्चा

दोनों नेताओं ने ताइवान और यूक्रेन पर की बात


चीन के एक बयान में कहा गया है कि शी जिनपिंग ने ताइवान को द्वितीय विश्व युद्ध के बाद की अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बताया। उन्होंने यूक्रेन युद्ध के संदर्भ में दीर्घकालिक शांति की आवश्यकता पर भी जोर दिया। हाल ही में जापान की प्रधानमंत्री साने ताकैची ने चेतावनी दी थी कि यदि चीन ताइवान के खिलाफ कोई कार्रवाई करता है, तो जापान की सेना हस्तक्षेप कर सकती है। इस बयान के बाद चीन-जापान संबंधों में तनाव बढ़ गया है। चीनी विदेश मंत्री वांग यी ने कहा कि जापान ने ऐसी टिप्पणियों से लाल रेखा पार कर दी है।


अमेरिका की ताइवान को हथियार बिक्री

अमेरिका ताइवान को देगा 330 मिलियन डॉर के हथियार


अमेरिका ने लंबे समय से ताइवान की संप्रभुता पर कोई पक्ष नहीं लिया है, लेकिन द्वीप पर बल प्रयोग का विरोध करता है। ट्रंप प्रशासन ने हाल ही में ताइवान को 330 मिलियन डॉलर के हथियारों की बिक्री को मंजूरी दी, जिस पर बीजिंग ने कड़ा विरोध जताया। ट्रंप ने कहा कि फोन कॉल के दौरान फेंटेनाइल, सोयाबीन और अन्य कृषि उत्पादों पर भी चर्चा हुई। उनके अनुसार, "हमने अपने किसानों के लिए एक महत्वपूर्ण समझौता किया है, और यह और बेहतर होगा।" चीनी विदेश मंत्रालय ने कहा कि बुसान बैठक के बाद से दोनों देशों के रिश्तों में स्थिर और सकारात्मक प्रगति हुई है, हालांकि व्यापार या सोयाबीन खरीद पर किसी ठोस समझौते का उल्लेख नहीं किया गया।