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डोनाल्ड ट्रंप का गाजा संघर्ष पर सख्त बयान

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने गाजा में चल रहे संघर्ष पर एक सख्त रुख अपनाया है। उन्होंने कहा कि बंधकों की रिहाई तभी संभव है जब हमास का सामना किया जाए। ट्रंप ने अपने ट्रुथ सोशल प्लेटफॉर्म पर इस मुद्दे पर अपने विचार साझा किए और अपने पिछले प्रयासों का उल्लेख किया। हालांकि, उनके दावों की सच्चाई पर सवाल उठाए जा रहे हैं। जानें इस विवादास्पद बयान के बारे में और क्या है ट्रंप का अगला कदम।
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डोनाल्ड ट्रंप का गाजा संघर्ष पर सख्त बयान

गाजा में संघर्ष पर ट्रंप का रुख

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने गाजा में चल रहे संघर्ष के संदर्भ में एक कठोर दृष्टिकोण अपनाया है। उन्होंने इजरायल के गाजा सिटी में युद्ध के विस्तार का समर्थन करते हुए कहा कि बंधकों की रिहाई तभी संभव है जब हमास का सामना किया जाए और उसे नष्ट किया जाए। अपने ट्रुथ सोशल प्लेटफॉर्म पर उन्होंने लिखा, "हम केवल तभी बंधकों की वापसी देख पाएंगे जब हमास का सामना और विनाश किया जाएगा!!! जितनी जल्दी यह होगा, सफलता की संभावना उतनी ही बेहतर होगी।"


ट्रंप का दावा और वास्तविकता

मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, ट्रंप ने यह भी कहा, "याद रखें, मैं वह व्यक्ति था जिसने बातचीत के माध्यम से सैकड़ों बंधकों को मुक्त कराकर इजरायल और अमेरिका में वापस लाया।" हालांकि, यह दावा कुछ हद तक अतिशयोक्तिपूर्ण है, क्योंकि जनवरी-मार्च के युद्धविराम सौदे में हमास ने केवल 30 बंधकों को रिहा किया था, जिसमें 20 इजरायली नागरिक, पांच सैनिक, पांच थाई नागरिक और 8 मृत इजरायली बंधकों के शव शामिल थे। इसके अतिरिक्त, मई में हमास ने एक अमेरिकी-इजरायली नागरिक को "सद्भावना" के प्रतीक के रूप में रिहा किया।


ट्रंप का विवादास्पद बयान

राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का विवादास्पद बयान


ट्रंप ने अपने पोस्ट में आगे कहा, "मैं वह व्यक्ति था जिसने केवल 6 महीनों में 6 युद्ध समाप्त किए। मैं वह व्यक्ति था जिसने ईरान के परमाणु प्रतिष्ठानों को नष्ट किया। जीतने के लिए खेलो, या बिल्कुल मत खेलो! इस मामले पर ध्यान देने के लिए धन्यवाद! राष्ट्रपति डीजेटी," ट्रंप ने आगे कहा।


ट्रंप का बयान