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डोनाल्ड ट्रंप का बड़ा बयान: रूस और चीन के परमाणु परीक्षण पर चिंता

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रूस और चीन के परमाणु हथियारों के परीक्षण पर चिंता व्यक्त की है। उन्होंने पाकिस्तान के न्यूक्लियर टेस्टिंग का भी जिक्र किया और बताया कि पुतिन और जिनपिंग में से किसके साथ डील करना कठिन है। ट्रंप ने कहा कि अमेरिका को भी परीक्षण करना चाहिए, क्योंकि अन्य देश ऐसा कर रहे हैं। जानें उनके विचार और वैश्विक सुरक्षा पर उनके दृष्टिकोण के बारे में।
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डोनाल्ड ट्रंप का बड़ा बयान: रूस और चीन के परमाणु परीक्षण पर चिंता

ट्रंप का बयान

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रूस और चीन द्वारा परमाणु हथियारों के परीक्षण पर गंभीर चिंता व्यक्त की। उन्होंने यह भी बताया कि व्लादिमीर पुतिन और शी जिनपिंग में से किसके साथ डील करना अधिक चुनौतीपूर्ण है। सीबीएस न्यूज को दिए गए एक इंटरव्यू में ट्रंप ने यह दावा किया कि पाकिस्तान भी न्यूक्लियर टेस्टिंग कर रहा है।


जब ट्रंप से पूछा गया कि चीन लंबी अवधि के लिए खेलता है, तो उन्होंने उत्तर दिया, “हम भी लंबी अवधि के लिए खेलते हैं। यह अन्य देशों की तरह ही है। हम उनके लिए भी खतरा हैं। मुझे लगता है कि हम एक साथ मिलकर और भी मजबूत बन सकते हैं, बजाय इसके कि उन्हें केवल हराया जाए।


इंटरव्यू में जब पूछा गया कि ट्रंप के लिए किससे निपटना कठिन है, पुतिन या जिनपिंग? उन्होंने कहा कि दोनों ही समझदार और मजबूत नेता हैं, जिनसे खिलवाड़ नहीं किया जा सकता।


हाल ही में दक्षिण कोरिया के दौरे के दौरान, ट्रंप ने पेंटागन को परमाणु हथियारों की टेस्टिंग फिर से शुरू करने का आदेश दिया। उन्होंने कहा कि हमारे पास किसी भी अन्य देश की तुलना में अधिक परमाणु हथियार हैं।


ट्रंप ने कहा, “हमें परमाणु निरस्त्रीकरण पर कुछ करना चाहिए। मैंने पुतिन और जिनपिंग दोनों के साथ इस पर चर्चा की है। हमारे पास दुनिया को 150 बार उड़ाने के लिए पर्याप्त परमाणु हथियार हैं।


उन्होंने पाकिस्तान के न्यूक्लियर टेस्टिंग के बारे में कहा, “रूस और चीन दोनों परीक्षण कर रहे हैं। उत्तर कोरिया भी ऐसा कर रहा है। हम एकमात्र देश हैं जो परीक्षण नहीं कर रहे हैं और अमेरिका ऐसा नहीं बनना चाहता। मैं कह रहा हूं कि हम अन्य देशों की तरह परमाणु हथियारों का परीक्षण करने जा रहे हैं।


ट्रंप ने कहा कि चीन और रूस में लोकतांत्रिक व्यवस्था नहीं है। उन्होंने तंज करते हुए कहा, “रूस और चीन परीक्षण कर रहे हैं, लेकिन वे इसके बारे में बात नहीं करते। हमें एक खुले समाज के रूप में इस पर चर्चा करनी होगी।


चीन द्वारा ताइवान पर हमले की स्थिति में उन्होंने कहा, “यदि ऐसा होता है, तो आपको पता चल जाएगा। दूसरे पक्ष को पता है, लेकिन मैं सब कुछ नहीं बता सकता। वे समझते हैं कि क्या होने वाला है।