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डोनाल्ड ट्रंप का ब्राजील पर टैरिफ विवाद: वामपंथी सरकार की नीतियों पर चिंता

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ब्राजील पर 50 प्रतिशत टैरिफ लगाने का निर्णय लिया है, जिसके खिलाफ ब्राजील की लूला सरकार ने विश्व व्यापार संगठन में शिकायत की है। ट्रंप ने ब्राजील की वामपंथी नीतियों पर चिंता जताई है और यह भी बताया कि अमेरिका और ब्राजील के बीच अच्छे संबंध हैं। इसके अलावा, ट्रंप ने आगामी संयुक्त राष्ट्र महासभा में लूला को आमंत्रित करने पर विचार करने की बात कही है। जानें इस विवाद के सभी पहलुओं के बारे में।
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डोनाल्ड ट्रंप का ब्राजील पर टैरिफ विवाद: वामपंथी सरकार की नीतियों पर चिंता

ब्राजील पर 50 प्रतिशत टैरिफ का आरोप

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत के साथ-साथ ब्राजील पर भी 50 प्रतिशत टैरिफ लगाने का निर्णय लिया है, जिसके खिलाफ ब्राजील की लूला सरकार ने विश्व व्यापार संगठन (WTO) में शिकायत दर्ज कराई है। ओवल ऑफिस में पत्रकारों से बातचीत करते हुए ट्रंप ने ब्राजील के प्रति अपनी नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने कहा कि अमेरिका ब्राजील की वर्तमान सरकार की नीतियों से असंतुष्ट है, जो वामपंथी विचारधारा की ओर बढ़ रही है और इससे ब्राजील को नुकसान हो रहा है।


संयुक्त राष्ट्र महासभा में आमंत्रण पर विचार

ट्रंप ने यह भी बताया कि अमेरिका और ब्राजील के लोगों के बीच अच्छे संबंध हैं, लेकिन लूला सरकार की नीतियों के कारण स्थिति खराब हो रही है। इस कारण, अमेरिकी प्रशासन यह विचार कर रहा है कि क्या ब्राजील के राष्ट्रपति लूला दा सिल्वा को आगामी संयुक्त राष्ट्र महासभा में आमंत्रित किया जाए। फिलिस्तीन के नेता महमूद अब्बास को वीजा देने से इनकार करने के बाद, ब्राजील के लिए भी ऐसा ही निर्णय लिया जा सकता है।


ब्राजील की चेतावनी

ट्रंप ने कहा कि लूला की सरकार ने अभी तक अमेरिका पर कोई प्रतिकूल कार्रवाई नहीं की है, लेकिन उन्होंने चेतावनी दी है कि यदि अमेरिका ने टैरिफ बढ़ाने का निर्णय लिया, तो ब्राजील भी उतना ही टैरिफ अमेरिका पर लगाएगा। लूला ने इस टैरिफ को ब्राजील की न्यायिक प्रक्रिया में हस्तक्षेप बताया है और 11 अगस्त को WTO में शिकायत दर्ज कराई है कि अमेरिका ने 50 प्रतिशत टैरिफ लगाकर अंतरराष्ट्रीय समझौतों का उल्लंघन किया है।


लूला ने यह स्पष्ट किया है कि ब्राजील की सरकार अमेरिका के साथ बातचीत के लिए तैयार है, लेकिन वे अपनी संप्रभुता से समझौता नहीं करेंगे।