डोनाल्ड ट्रंप की टैरिफ नीति: क्या आ रहा है वैश्विक आर्थिक संकट?

डोनाल्ड ट्रंप की टैरिफ नीति का प्रभाव
डोनाल्ड ट्रंप की टैरिफ नीति: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा लागू की गई टैरिफ नीति ने वैश्विक बाजार में हलचल पैदा कर दी है, लेकिन यह कठोर नीति लंबे समय तक प्रभावी नहीं रह सकती। ट्रंप के द्वारा लगाए गए टैरिफ के चलते दुनिया दो प्रमुख खेमों में विभाजित होती जा रही है, जिससे वैश्विक अर्थव्यवस्था पर नकारात्मक प्रभाव पड़ने की आशंका बढ़ रही है।
आर्थिक सुनामी की चेतावनी
‘आर्थिक सुनामी’ का अनुमान
बुल्गारिया की प्रसिद्ध भविष्यवक्ता बाबा वेंगा ने 2025-26 में एक बड़ी ‘आर्थिक सुनामी’ आने की भविष्यवाणी की है। हालांकि इसकी सटीकता का पता समय के साथ चलेगा, लेकिन वैश्विक आर्थिक स्थिति को देखते हुए यह भविष्यवाणी सच होने की संभावना को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता।
टैरिफ नीति से बढ़ता तनाव
टैरिफ नीति से कई देशों के बीच तनाव बढ़ा
ट्रंप की टैरिफ नीति ने कई देशों के बीच तनाव को बढ़ा दिया है। ब्राजील और भारत जैसे देशों पर 50 प्रतिशत तक टैरिफ लगाने से वैश्विक बाजारों में हड़कंप मच गया है। शेयर बाजारों से लेकर रिटेल बाजार तक इसका गहरा असर देखने को मिल रहा है। पहले भारत को अपना मित्र मानने वाले ट्रंप अब उसी देश पर टैरिफ लगाकर विरोधी की भूमिका में आ गए हैं। इसके अलावा, रूस से तेल खरीदने पर पेनाल्टी लगाने का ऐलान भी वैश्विक ऊर्जा बाजार को प्रभावित कर रहा है।
ब्रिक्स देशों का विरोध
ब्रिक्स देशों का विरोध
ब्रिक्स देशों ने इस टैरिफ नीति का विरोध किया है और इसे वैश्विक आर्थिक स्थिरता के लिए खतरा बताया है। विशेषज्ञों का मानना है कि इस तरह के टैरिफ युद्ध से निवेशकों का विश्वास टूट सकता है और वैश्विक वित्तीय बाजारों में अस्थिरता बढ़ सकती है।
निवेशकों की सतर्कता
निवेशकों की सतर्कता
अंतरराष्ट्रीय शेयर बाजार में निवेशकों की सतर्कता बढ़ गई है और वे पूंजी निवेश करने से पहले कई बार सोचते हैं। यदि यह टैरिफ युद्ध जारी रहता है, तो बाजार में गिरावट आना लगभग तय है, जिससे एक वैश्विक आर्थिक संकट उत्पन्न हो सकता है। इसी तरह की आर्थिक अनिश्चितताओं को देखते हुए बाबा वेंगा की आर्थिक संकट की चेतावनी सही साबित हो सकती है।
वैश्विक अर्थव्यवस्था की अस्थिरता
वैश्विक अर्थव्यवस्था अस्थिर
इस प्रकार, ट्रंप की टैरिफ नीति न केवल अमेरिकी बल्कि वैश्विक अर्थव्यवस्था को भी अस्थिर कर रही है, जो भविष्य में व्यापक आर्थिक संकट का कारण बन सकती है।