डोनाल्ड ट्रंप की ब्रिटेन यात्रा में हेलीकॉप्टर में आई तकनीकी समस्या

अमेरिकी राष्ट्रपति की यात्रा में अप्रत्याशित मोड़
ब्रिटेन से लौटते समय अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को एक अनपेक्षित घटना का सामना करना पड़ा। एयर फ़ोर्स वन में चढ़ने से पहले, उन्हें एक छोटी हाइड्रोलिक समस्या के कारण हेलीकॉप्टर बदलना पड़ा। व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरोलिन लेविट ने बताया कि पायलटों ने सुरक्षा के मद्देनजर स्थानीय हवाई अड्डे पर आपात लैंडिंग की और वहां से ट्रंप और उनकी पत्नी मेलानिया को एक अन्य हेलीकॉप्टर में सुरक्षित रूप से स्थानांतरित किया।
हाइड्रोलिक सिस्टम की समस्या
अंतर्राष्ट्रीय वैमानिकी विज्ञान परिषद (ICAS) के अनुसार, हेलीकॉप्टर के उड़ान नियंत्रण, ब्रेकिंग और लैंडिंग गियर सभी हाइड्रोलिक सिस्टम पर निर्भर करते हैं। इन प्रणालियों में किसी भी प्रकार की खराबी सुरक्षा के लिए खतरा उत्पन्न कर सकती है। इसलिए, ट्रंप की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए हेलीकॉप्टर बदलना एक आवश्यक और सतर्क कदम था।
यात्रा का समय बढ़ा
पहले से निर्धारित योजना के अनुसार, स्टैनस्टेड हवाई अड्डे तक की यात्रा केवल 20 मिनट की थी, लेकिन तकनीकी समस्या के कारण यह समय लगभग दोगुना होकर 40 मिनट तक बढ़ गया। फिर भी, व्हाइट हाउस ने यह स्पष्ट किया कि राष्ट्रपति और उनकी पत्नी पूरी तरह सुरक्षित रहे और बाद में बिना किसी अन्य रुकावट के एयर फ़ोर्स वन में सवार होकर अमेरिका लौट गए।
ट्रंप की ब्रिटेन यात्रा का समापन
यह यात्रा दो दिनों तक चली और इसे शाही अंदाज़ में सम्पन्न किया गया। इस दौरान, राजा चार्ल्स और अन्य शाही परिवार के सदस्यों ने ट्रंप और मेलानिया के सम्मान में एक भव्य भोज का आयोजन किया। ब्रिटिश प्रधानमंत्री कीर स्टारमर ने भी उन्हें चेकर्स में आमंत्रित किया, जहां दोनों नेताओं ने कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की।
विज्ञान और प्रौद्योगिकी पर ऐतिहासिक समझौता
यात्रा के दौरान, ट्रंप और स्टारमर ने विज्ञान और प्रौद्योगिकी सहयोग पर एक ऐतिहासिक समझौते पर हस्ताक्षर किए। संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में, दोनों नेताओं ने इसे भविष्य के लिए एक महत्वपूर्ण कदम बताया और विश्वास जताया कि इससे दोनों देशों में रोजगार सृजन को नई गति मिलेगी। इसके अलावा, उन्होंने वैश्विक व्यापारिक नेताओं के साथ एक गोलमेज सम्मेलन में भी भाग लिया, जहां इस समझौते को नवाचार और आर्थिक विकास का प्रमुख आधार बताया गया।