डोनाल्ड ट्रंप के टैरिफ फैसले से भारतीय शेयर बाजार में भारी गिरावट

भारतीय शेयर बाजार में उथल-पुथल
नई दिल्ली: अमेरिका में डोनाल्ड ट्रंप द्वारा किए गए एक महत्वपूर्ण ऐलान ने शुक्रवार को भारतीय शेयर बाजार में हलचल मचा दी। गुरुवार की रात फार्मा सहित कई क्षेत्रों पर 100% तक टैरिफ लगाने की घोषणा के बाद, बाजार खुलते ही बिकवाली का दौर शुरू हो गया। इस निर्णय का सबसे अधिक प्रभाव उन फार्मा कंपनियों पर पड़ा है, जिनका बड़ा कारोबार अमेरिका से जुड़ा हुआ है, जिसके कारण फार्मा शेयरों में भारी गिरावट आई।
बाजार में व्यापक गिरावट के चलते निवेशकों को कुछ ही घंटों में लगभग 3 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हुआ। लेख लिखे जाने तक, सेंसेक्स 412 अंक गिरकर 80,747 पर और निफ्टी 115 अंकों की कमी के साथ 24,776 पर कारोबार कर रहा था।
ट्रंप के निर्णय का सीधा असर फार्मा क्षेत्र पर पड़ा, जहां आज सबसे बड़ी गिरावट देखी गई। निफ्टी फार्मा इंडेक्स में 1.80% की कमी आई। अमेरिका में बड़ा एक्सपोजर रखने वाली प्रमुख दवा कंपनियों के शेयरों में भारी गिरावट आई। स्ट्राइड्स फार्मा साइंस में 6% की सबसे बड़ी गिरावट आई, जबकि नैटको फार्मा 5%, बायोकॉन 4% और सन फार्मा 3.8% तक लुढ़क गए।
इसके अलावा, ल्यूपिन, मैनकाइंड फार्मा, ग्लेनमार्क फार्मा, डिविजलैब और सिप्ला जैसे बड़े नामों में भी 2 से 3.5 प्रतिशत की गिरावट देखी गई।
IT और हेल्थकेयर सेक्टर पर भी असर
IT और हेल्थकेयर सेक्टर भी प्रभावित
फार्मा के साथ-साथ H-1B वीजा को लेकर चिंताओं के कारण IT क्षेत्र में भी भारी दबाव देखने को मिला। निफ्टी आईटी इंडेक्स में 1.30% की गिरावट आई। इंफोसिस और टेक महिंद्रा जैसे प्रमुख शेयर भी गिरावट के शिकार हुए। वहीं, हेल्थकेयर सेक्टर का इंडेक्स भी 1.50% की कमी के साथ कारोबार कर रहा था।
निवेशकों को भारी नुकसान
इस बड़ी गिरावट के कारण निवेशकों की संपत्ति में भारी कमी आई है। गुरुवार को बीएसई का कुल मार्केट कैपिटलाइजेशन 457 लाख करोड़ रुपये था, जो आज घटकर 454 लाख करोड़ रुपये रह गया। इस प्रकार, एक ही झटके में निवेशकों के 3 लाख करोड़ रुपये डूब गए। बीएसई पर कारोबार कर रहे कुल 3,073 शेयरों में से 2,062 शेयर लाल निशान में थे, जो बाजार में फैले डर को दर्शाता है।