डोनाल्ड ट्रंप ने वेनेजुएला में सीआईए के ऑपरेशन को दी मंजूरी

ट्रंप का विवादास्पद निर्णय
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने वेनेजुएला में अमेरिकी केंद्रीय खुफिया एजेंसी (सीआईए) को गुप्त ऑपरेशन करने की अनुमति दी है। इस निर्णय पर वेनेजुएला के राष्ट्रपति निकोलस मादुरो ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है।
मादुरो की निंदा
मादुरो ने ट्रंप के इस फैसले की कड़ी आलोचना की। बुधवार को व्हाइट हाउस में मीडिया से बातचीत करते हुए, ट्रंप ने कराकस पर आरोप लगाया कि वहां से कैदियों और मानसिक रोगियों को अवैध रूप से अमेरिका में भेजा जा रहा है, साथ ही नशीले पदार्थों की तस्करी भी की जा रही है।
बिना सबूत के आरोप
ट्रंप ने बिना किसी ठोस सबूत के यह भी कहा कि मादुरो ने अपनी जेलों को अमेरिका में खाली कर दिया है और हजारों कैदियों को वहां आने की अनुमति दी है।
सीआईए के ऑपरेशन पर सवाल
जब ट्रंप से पूछा गया कि क्या उन्होंने मादुरो की हत्या के लिए सीआईए को अनुमति दी है, तो उन्होंने इस सवाल का जवाब देने से इनकार कर दिया, बस इतना कहा कि वेनेजुएला पर दबाव बढ़ रहा है।
संभावित जमीनी हमले
ट्रंप ने यह भी कहा कि वे वेनेजुएला पर जमीनी हमले करने पर विचार कर रहे हैं, क्योंकि अमेरिका का समुद्र पर पूरा नियंत्रण है।
मादुरो का जवाब
ट्रंप की टिप्पणियों के तुरंत बाद, मादुरो ने सीआईए द्वारा योजनाबद्ध तख्तापलट की निंदा की।
सीआईए के नए मिशन
द न्यूयॉर्क टाइम्स के अनुसार, यह नया कदम सीआईए को वेनेजुएला और कैरिबियन में घातक मिशन चलाने की अनुमति देता है।
अमेरिकी सैनिकों की तैनाती
रिपोर्ट के अनुसार, ट्रंप प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि इस ऑपरेशन का मुख्य उद्देश्य मादुरो को सत्ता से हटाना है। वर्तमान में लगभग 10,000 अमेरिकी सैनिक, आठ युद्धपोत और एक पनडुब्बी कैरिबियन में तैनात हैं।
ड्रग तस्करी का मुद्दा
व्हाइट हाउस ने बताया कि वेनेजुएला के पास अंतर्राष्ट्रीय जलक्षेत्र में पांच कथित ड्रग-तस्करी करने वाली नावें नष्ट की गईं, जिसमें 27 लोग मारे गए। हालांकि, अमेरिकी ड्रग एन्फोर्समेंट एडमिनिस्ट्रेशन की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि वेनेजुएला अमेरिका जाने वाली दवाओं का मुख्य स्रोत नहीं है।
सीआईए का इतिहास
सीआईए का लैटिन अमेरिका में तख्तापलट और गुप्त अभियानों में एक लंबा इतिहास रहा है।