डोनाल्ड ट्रम्प रूस से तेल खरीदने पर चीन पर शुल्क लगाने पर विचार कर रहे हैं
उपराष्ट्रपति जेडी वेंस ने हाल ही में बताया कि डोनाल्ड ट्रम्प रूस से तेल खरीदने के मामले में चीन पर शुल्क लगाने पर विचार कर रहे हैं। हालांकि, उन्होंने स्पष्ट किया कि अभी तक कोई ठोस निर्णय नहीं लिया गया है। वेंस ने इस मुद्दे पर चर्चा करते हुए कहा कि चीन के साथ अमेरिका के संबंध जटिल हैं। इसके अलावा, उन्होंने रूस और यूक्रेन के बीच संभावित शांति समझौते के बारे में भी बात की, जिसमें दोनों पक्षों के असंतुष्ट रहने की संभावना जताई। जानें इस महत्वपूर्ण विषय पर और क्या कहा गया।
Aug 11, 2025, 13:52 IST
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उपराष्ट्रपति जेडी वेंस का बयान
उपराष्ट्रपति जेडी वेंस ने जानकारी दी है कि डोनाल्ड ट्रम्प रूस से तेल खरीदने के मामले में चीन पर शुल्क लगाने के विकल्प पर विचार कर रहे हैं। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि अमेरिकी राष्ट्रपति ने अभी तक इस विषय पर कोई ठोस निर्णय नहीं लिया है। वेंस ने फॉक्स न्यूज के साथ एक साक्षात्कार में बताया कि राष्ट्रपति ने इस मुद्दे पर विचार करने की बात कही है, लेकिन अभी तक कोई अंतिम निर्णय नहीं किया है। यह टिप्पणी उस सवाल के जवाब में आई है जिसमें पूछा गया था कि क्या ट्रम्प भारत की तरह चीन पर भी शुल्क लगाएंगे। पिछले बुधवार को, अमेरिकी राष्ट्रपति ने भारत पर रूसी तेल की खरीद पर शुल्क को 50% तक बढ़ाने की घोषणा की थी।
चीन के साथ संबंधों की जटिलता
वेंस ने कहा कि चीन का मामला थोड़ा जटिल है, क्योंकि अमेरिका और चीन के संबंध कई अन्य पहलुओं को प्रभावित करते हैं, जो रूस की स्थिति से संबंधित नहीं हैं। अमेरिका ने पहले भारत पर 25 प्रतिशत का शुल्क लगाया था, लेकिन पिछले हफ्ते उसने इस शुल्क को बढ़ाकर 50 प्रतिशत कर दिया, जो अमेरिका के साथ व्यापार करने वाले देशों में सबसे अधिक है। यह अतिरिक्त 25 प्रतिशत शुल्क 27 अगस्त से लागू होगा। भारत ने अमेरिका के इस कदम की आलोचना करते हुए इसे अनुचित और अविवेकपूर्ण बताया है।
रूस और यूक्रेन के बीच वार्ता
उपराष्ट्रपति वेंस ने ट्रम्प और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच होने वाली आगामी बैठक पर भी चर्चा की। उन्होंने कहा कि रूस और यूक्रेन के बीच बातचीत से कोई भी समझौता किसी भी पक्ष को संतुष्ट नहीं कर पाएगा। उन्होंने आगे कहा कि किसी भी शांति समझौते से मॉस्को और कीव दोनों ही असंतुष्ट रहेंगे। वेंस ने कहा कि इस स्थिति से कोई भी पक्ष पूरी तरह खुश नहीं होगा।