ढाका में बांग्लादेश एयरफोर्स का विमान हादसा: 25 की मौत, 170 घायल

भयानक विमान दुर्घटना
सोमवार को बांग्लादेश की राजधानी ढाका के उत्तरा क्षेत्र में बांग्लादेश एयरफोर्स (BAF) का एक एफ-7 बीजीआई (F-7 BGI) फाइटर जेट मिलस्टोन स्कूल एंड कॉलेज की इमारत पर गिर गया। इस हादसे में कम से कम 25 लोगों की जान चली गई और 170 से अधिक लोग घायल हुए। यह घटना देश के इतिहास में सबसे गंभीर वायु दुर्घटनाओं में से एक मानी जा रही है। विमान ने AK खांडकर एयरफोर्स बेस से उड़ान भरने के कुछ ही समय बाद यह दुर्घटना का शिकार हो गया।
पायलट की स्थिति
पायलट फ्लाइट लेफ्टिनेंट तौकीर इस्लाम सागर, जो अपनी पहली सोलो उड़ान पर थे, गंभीर रूप से घायल हुए और बाद में अस्पताल में उनकी मृत्यु हो गई। इंटर सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (ISPR) के अनुसार, विमान में 'तकनीकी खराबी' आई थी, जिसके कारण यह दुर्घटना हुई। इस घटना के बाद उच्चस्तरीय जांच के आदेश दिए गए हैं।
पिछले 30 वर्षों में विमान हादसे
बांग्लादेश एयरफोर्स में 1992 से अब तक 27 विमान हादसे हो चुके हैं। इनमें से 11 दुर्घटनाएं पिछले 20 वर्षों में हुई हैं, जिनमें से 7 चीनी निर्मित विमानों से संबंधित हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि चीनी विमानों की गुणवत्ता और रखरखाव पर गंभीर सवाल उठते हैं। इसके बावजूद, एयरफोर्स मजबूरीवश इनका उपयोग कर रही है। वर्तमान में बीएएफ के पास लगभग 40 एफ-7 बीजीआई विमान हैं, जिनमें से कई हादसों में शामिल रहे हैं।
चीनी जेट से जुड़े प्रमुख हादसे
9 मई 2024: चट्टग्राम के पटेंगा में याक-130 का क्रैश, पायलट असिम जवाद की मौत।
23 नवंबर 2018: मधुपुर, टांगाइल में F-7BG हादसा, विंग कमांडर अरिफ अहमद डिपु की मौत।
1 जुलाई 2018: K-8W ट्रेनर जेट जेसोर में क्रैश, दो स्क्वाड्रन लीडर की मौत।
27 दिसंबर 2017: दो याक-130 की टक्कर, सभी पायलट सुरक्षित।
11 जुलाई 2017: लोहागारा में याक-130 क्रैश, पायलट सुरक्षित।
29 जून 2015: F-7MB बंगाल की खाड़ी में लापता, फ्लाइट लेफ्टिनेंट ताहमिद मृत घोषित।
20 दिसंबर 2010: दो PT-6 ट्रेनिंग विमान बरिशाल के पास टकराए, दोनों स्क्वाड्रन लीडर की मौत।
दुर्घटना का कारण
ISPR के अनुसार, विमान में तकनीकी खराबी आने के बाद पायलट ने घनी आबादी से दूर जाने का प्रयास किया, लेकिन वह सफल नहीं हो सके। विशेषज्ञों का मानना है कि पुराने विमानों की स्थिति, रखरखाव की कमी और पायलटों पर प्रशिक्षण का दबाव इन हादसों का कारण बन रहा है। एक पूर्व एयरफोर्स अधिकारी ने कहा, 'एफ-7 जैसे विमानों की कार्यक्षमता पर वर्षों से सवाल उठते रहे हैं, लेकिन बजट और सीमित संसाधनों के चलते इन्हें हटाया नहीं जा रहा है।'
शहरी विकास का प्रभाव
यह हादसा उत्तरा के घनी आबादी वाले क्षेत्र में हुआ, जहां मिलस्टोन स्कूल एंड कॉलेज की इमारत को गंभीर नुकसान पहुंचा। उस समय विद्यालय में लगभग 2,000 छात्र उपस्थित थे, जिनमें से 160 से अधिक घायल हुए हैं। एक पूर्व वायुसेना अधिकारी ने कहा, 'जहां हादसा हुआ, वह स्थान रनवे के मिडल मार्कर लाइन के पास है, जो पहले खाली नाला हुआ करता था। अब वहां अवैध निर्माण हो गया है।'
उन्होंने चेतावनी दी कि 'कम से कम आठ नॉटिकल मील की बाधा रहित उड़ान पट्टी जरूरी होती है, लेकिन इस नियम का पालन नहीं हो रहा है।'
राष्ट्रीय शोक और अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रियाएं
बांग्लादेश के कार्यवाहक राष्ट्रपति मोहम्मद यूनुस ने इस दुर्घटना पर गहरा शोक व्यक्त किया और निष्पक्ष जांच का आश्वासन दिया। मंगलवार को राष्ट्रीय शोक दिवस घोषित किया गया है और देशभर में झंडे झुका दिए गए हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी संवेदना व्यक्त करते हुए कहा, 'शोक संतप्त परिवारों के प्रति हमारी संवेदनाएँ हैं। भारत बांग्लादेश के साथ एकजुटता में खड़ा है और हर संभव सहायता देने के लिए तैयार है।'