तमिलनाडु में नवविवाहित दुल्हन ने दहेज प्रताड़ना के कारण की आत्महत्या

दुल्हन की आत्महत्या की दुखद कहानी
तमिलनाडु में एक नवविवाहित महिला, रिधान्या, ने शादी के केवल ढाई महीने बाद आत्महत्या कर ली। बताया गया है कि उसने दहेज के उत्पीड़न से तंग आकर यह कदम उठाया। रिधान्या ने मंदिर जाने के बहाने घर से बाहर निकलकर जहर निगल लिया। उसे कार में बेहोश पाया गया, जहां उसके मुंह से झाग निकल रहा था, लेकिन उसे बचाया नहीं जा सका। पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कर परिजनों को सौंप दिया है। रिधान्या के पिता की शिकायत पर उसके पति कविन कुमार, ससुर ईश्वर मूर्ति और सास चित्रा देवी को गिरफ्तार किया गया है। तीनों के खिलाफ दहेज उत्पीड़न और आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज किया गया है। रिधान्या के पिता अन्नादुरई ने पुलिस को बताया कि उनकी बेटी ने आत्महत्या से पहले व्हाट्सऐप पर 7 ऑडियो संदेश भेजे थे, जिनमें उसने अपने दिल का दर्द साझा किया।
ऑडियो संदेश में रिधान्या का दर्द
अन्नादुरई ने पुलिस को बताया कि जब उन्होंने रिधान्या के ऑडियो संदेश सुने, तब तक उनकी बेटी इस दुनिया में नहीं रही थी। इन संदेशों में उसने आत्महत्या के फैसले के लिए माफी मांगी और अपने पति तथा सास-ससुर पर दहेज के लिए प्रताड़ित करने का आरोप लगाया। उसने कहा, "पापा, आपने दहेज की शर्तें पूरी नहीं कीं, इसलिए वे मुझे मारते-पीटते हैं। अब मैं और सहन नहीं कर सकती। मुझे नहीं पता कि मैं गलत के खिलाफ आवाज क्यों नहीं उठा पा रही हूं। मैं आप पर बोझ नहीं बनना चाहती।" रिधान्या ने अपने पति के साथ मारपीट का भी जिक्र किया और कहा कि वह ऐसी जिंदगी नहीं जीना चाहती।
दहेज के लिए प्रताड़ना का मामला
अन्नादुरई के अनुसार, रिधान्या की शादी 11 अप्रैल को कविन के साथ हुई थी, जिसमें 2.5 करोड़ रुपये खर्च किए गए थे। दहेज में 100 सोने के सिक्के दिए गए थे और कविन को 70 लाख रुपये की लग्जरी वोल्वो कार की चाबी सौंपी गई थी। हालांकि, दहेज के लिए 300 सोने के सिक्कों का वादा किया गया था, लेकिन केवल 100 ही दिए गए। इसके बाद, रिधान्या को 200 सोने के सिक्कों के लिए प्रताड़ित किया जाने लगा। शादी के 15 दिन बाद ही वह मायके लौट आई थी। उसके माता-पिता ने उसे संभालने की कोशिश की, लेकिन रिधान्या पूरी तरह टूट चुकी थी और उसने आत्महत्या का रास्ता चुना।