तमिलनाडु में भगदड़ हादसे पर राजनीतिक प्रतिक्रियाएं तेज़

तमिलनाडु में भयानक भगदड़ हादसा
तमिलनाडु के करूर जिले में हाल ही में हुए एक भयानक भगदड़ हादसे ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया है। इस दुर्घटना में लगभग 40 लोगों की जान गई है, और कई अन्य घायल हुए हैं। घटना के बाद से राजनीतिक प्रतिक्रियाएं भी सामने आ रही हैं। शिवसेना के वरिष्ठ नेता संजय राउत ने इस मामले में गंभीर आरोप लगाए हैं।
राउत ने कहा कि इस मामले में सीबीआई जांच की आवश्यकता नहीं है, बल्कि रैली के आयोजक पर सीधे आरोप लगाना चाहिए। उन्होंने कहा कि आयोजक ने 40 हत्याएं की हैं और उनके खिलाफ अलग-अलग मुकदमे दर्ज किए जाने चाहिए। उनका यह बयान आयोजकों की लापरवाही और प्रशासनिक विफलता पर सीधा हमला है।
उन्होंने यह भी कहा कि जब भीड़ प्रबंधन और सुरक्षा व्यवस्था जैसी बुनियादी जिम्मेदारियों का पालन नहीं किया जाता, तो इसका परिणाम निर्दोष लोगों की जान जाने के रूप में सामने आता है। केवल जांच या जिम्मेदारी से बचने से काम नहीं चलेगा, बल्कि दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई होनी चाहिए। इस हादसे ने राज्य सरकार और स्थानीय प्रशासन की भूमिका पर गंभीर सवाल उठाए हैं।
विपक्ष का आरोप है कि पर्याप्त सुरक्षा इंतजाम नहीं किए गए थे, जबकि प्रशासन ने अब तक केवल मुआवजे और जांच की घोषणाएं की हैं। करूर की इस भयानक घटना ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि बड़े जनसमूह वाले आयोजनों में उचित प्रबंधन न होने पर परिणाम कितने भयानक हो सकते हैं। राजनीतिक स्तर पर यह मामला और भी गहरा होता जा रहा है, क्योंकि विपक्ष इसे जनता की सुरक्षा से जुड़ा मुद्दा बता रहा है।