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तमिलनाडु में भारी बारिश की चेतावनी, राहत केंद्रों की संख्या बढ़ाई गई

भारत मौसम विज्ञान विभाग ने 22 और 23 अक्टूबर को तमिलनाडु में भारी बारिश की चेतावनी दी है। ग्रेटर चेन्नई कॉर्पोरेशन ने राहत केंद्रों की संख्या बढ़ाकर 215 कर दी है। प्रशासन ने सभी आवश्यक उपाय किए हैं ताकि राहत और बचाव कार्य में कोई बाधा न आए। नागरिकों से अपील की गई है कि वे सतर्क रहें और स्थानीय अधिकारियों के निर्देशों का पालन करें।
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तमिलनाडु में भारी बारिश की चेतावनी, राहत केंद्रों की संख्या बढ़ाई गई

तमिलनाडु मौसम अपडेट


तमिलनाडु मौसम अपडेट: भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने 22 और 23 अक्टूबर को तमिलनाडु में भारी वर्षा की संभावना व्यक्त की है। इस पूर्वानुमान के मद्देनजर, ग्रेटर चेन्नई कॉर्पोरेशन (GCC) ने राहत केंद्रों की संख्या 116 से बढ़ाकर 215 कर दी है। विभाग ने चेन्नई में येलो अलर्ट जारी किया है और रविवार को आंशिक बादल छाने के साथ मध्यम बारिश और गरज के साथ बौछारों की संभावना जताई है।


IMD का अनुमान है कि आने वाले दिनों में तमिलनाडु के तटीय क्षेत्रों में बारिश का सिलसिला जारी रहेगा। यह कदम विशेष रूप से 2021 और दिसंबर 2023 में चेन्नई में आई भीषण बाढ़ की पुनरावृत्ति को रोकने के लिए उठाया गया है, जिसमें 40 से अधिक लोगों की जान गई थी और हजारों लोग बेघर हो गए थे।


राहत केंद्रों में बिजली आपूर्ति सुनिश्चित

राहत केंद्रों में होगी निर्बाध बिजली आपूर्ति 


GCC के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि सभी राहत केंद्रों में निर्बाध बिजली आपूर्ति के लिए डीजल जनरेटर सेट लगाए गए हैं। इनमें शोलिंगनल्लूर स्थित सरकारी उच्चतर माध्यमिक विद्यालय जैसे बड़े स्थल शामिल हैं, जहाँ 3,000 लोगों तक को शरण दी जा सकती है। इसके अलावा, टी. नगर स्थित पिटी त्यागराय हॉल, शेनॉय नगर स्थित अम्मा आरंगम, और कई निजी स्कूलों व सभागारों को भी अस्थायी आश्रय केंद्रों में तब्दील किया गया है।


वर्षा जल निकासी नेटवर्क को मजबूत किया जा रहा है

वर्षा जल निकासी नेटवर्क को किया जा रहा है मजबूत


शहर के वर्षा जल निकासी नेटवर्क को मजबूत करने के लिए भी काम जारी है। नगर निगम उन संपर्क बिंदुओं को जोड़ने पर ध्यान दे रहा है, जो लंबे समय से अधूरे हैं और जिनके कारण पिछले मानसून में निचले इलाकों में जलभराव की समस्या बढ़ गई थी।


प्रशासन की तैयारी

राहत और बचाव कार्य में नहीं आएगी बाधा, प्रशासन मुस्तैद


प्रशासन का कहना है कि सभी विभाग मिलकर यह सुनिश्चित करने की दिशा में काम कर रहे हैं कि भारी बारिश की स्थिति में राहत और बचाव कार्य में कोई बाधा न आए। नागरिकों से अपील की गई है कि वे अलर्ट रहें और आपात स्थिति में स्थानीय अधिकारियों के निर्देशों का पालन करें।