तिरुपति लड्डू की सुरक्षा के लिए TTD ने उठाए कानूनी कदम
तिरुपति तिरुमाला देवस्थानम (TTD) ने अपने प्रसिद्ध प्रसाद तिरुपति लड्डू के भौगोलिक संकेत (GI) स्टेटस की सुरक्षा के लिए कानूनी कदम उठाए हैं। यह कदम लड्डू की प्रामाणिकता और गुणवत्ता को बनाए रखने के लिए आवश्यक है। TTD ने हाल ही में नकली लड्डू के मामलों को देखते हुए सख्त कानूनी कार्रवाई करने का निर्णय लिया है। जानें इस कदम के पीछे की वजह और इसके महत्व के बारे में।
Jun 7, 2025, 12:29 IST
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तिरुपति लड्डू का GI स्टेटस
तिरुपति तिरुमाला देवस्थानम (TTD) ने अपने प्रसिद्ध प्रसाद, तिरुपति लड्डू, के भौगोलिक संकेत (GI) स्टेटस की सुरक्षा के लिए कानूनी उपाय किए हैं। यह कदम लड्डू की प्रामाणिकता और विशेषता को बनाए रखने के लिए उठाया गया है। तिरुपति लड्डू को 2009 में GI टैग प्राप्त हुआ था, जो यह दर्शाता है कि यह उत्पाद तिरुपति क्षेत्र में TTD द्वारा एक विशेष प्रक्रिया से निर्मित होता है। यह टैग लड्डू की गुणवत्ता, स्वाद और तैयारी की विधि की विशिष्ट पहचान को सुनिश्चित करता है और किसी भी अनधिकृत निर्माता को 'तिरुपति लड्डू' नाम का उपयोग करने से रोकता है।GI स्टेटस का मुख्य उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि केवल असली तिरुपति लड्डू ही इस नाम से बेचे जाएं, जिससे भक्तों को उच्च गुणवत्ता का प्रसाद मिल सके और TTD की प्रतिष्ठा बनी रहे। हाल ही में कुछ मामले सामने आए हैं जहां 'तिरुपति लड्डू' नाम का उपयोग करके नकली या निम्न गुणवत्ता वाले लड्डू बेचे जा रहे थे। इससे भक्तों की भावनाओं को ठेस पहुँचने और TTD के ब्रांड मूल्य को नुकसान पहुँचने का खतरा था। इसी को ध्यान में रखते हुए, TTD प्रशासन ने अपने कानूनी विभाग के माध्यम से GI टैग का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई करने का निर्णय लिया है। इस कदम का उद्देश्य अनधिकृत बिक्री और नाम के दुरुपयोग को रोकना और तिरुपति लड्डू के GI स्टेटस के अधिकारों की रक्षा करना है।