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तीन बेटियों की हत्या के मामले में पिता को मिली आजीवन कारावास की सजा

संत कबीर नगर में एक पिता और उसके साथी को तीन नाबालिग बेटियों की हत्या के लिए आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई है। यह मामला तब सामने आया जब पत्नी ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी। जांच में पता चला कि पिता ने बेटियों को मेडिकल ट्रीटमेंट के बहाने नदी में फेंका। अदालत ने दोनों को दोषी ठहराते हुए सजा सुनाई, जिससे स्थानीय प्रशासन ने सुरक्षा बढ़ाने का निर्णय लिया। जानें इस दिल दहला देने वाली घटना के बारे में।
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तीन बेटियों की हत्या के मामले में पिता को मिली आजीवन कारावास की सजा

तीन बेटियों की हत्या का मामला

तीन बेटियों की हत्या के मामले में पिता को मिली आजीवन कारावास की सजा: संत कबीर नगर (उत्तर प्रदेश) से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। जिले की अदालत ने तीन नाबालिग बेटियों की हत्या के आरोप में उनके पिता सरफराज और उसके साथी नीरज मौर्य को आजीवन कारावास की सजा सुनाई। इस अपराध ने पूरे क्षेत्र को झकझोर कर रख दिया और परिवार में गहरा सदमा पहुंचाया।


सरफराज की पत्नी साबिरा खातून ने 31 मई 2020 को पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी। उन्होंने बताया कि उनके पति और उनकी चार बेटियों के बीच संबंध खराब थे और सरफराज अपनी बेटियों से नाखुश था। घटना के दिन, सरफराज और नीरज मौर्य ने अपने तीन बेटियों सना (7), सबा (4.5), और शमा (2.5) को मेडिकल ट्रीटमेंट के बहाने बाइक पर ले जाकर सरयू नदी में फेंक दिया।


जांच और गिरफ्तारी

साबिरा ने आरोप लगाया कि सरफराज ने झूठा दावा किया कि बेटियों को अपराधियों ने अगवा कर लिया है। लेकिन पुलिस की जांच में सच्चाई सामने आई और दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया। इस मामले में आईपीसी की धारा 302 (हत्या), 317 (बालक का परित्याग), 201 (साक्ष्य नष्ट करना) और 120-B (साज़िश) के तहत मामला दर्ज किया गया।


अदालत का निर्णय

जिला एवं सत्र न्यायाधीश मोहन लाल विश्वकर्मा ने शनिवार को सुनवाई के दौरान दोनों आरोपियों को दोषी ठहराया। अदालत ने प्रत्येक आरोपी पर 35,000 रुपये का जुर्माना भी लगाया। अभियोजन पक्ष ने सुनवाई के दौरान नौ गवाहों को पेश किया। कोर्ट ने सबूतों और गवाहों की पुष्टि के आधार पर सजा सुनाई।


सजा और सामाजिक संदेश

इस सजा ने यह स्पष्ट कर दिया है कि कानून किसी भी प्रकार के क्रूर अपराध को बर्दाश्त नहीं करेगा। अदालत के इस निर्णय ने पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। स्थानीय प्रशासन ने इस घटना की गंभीरता को देखते हुए सुरक्षा और निगरानी बढ़ा दी है, ताकि भविष्य में ऐसे भयावह अपराधों को रोका जा सके।