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तुषार घडिगांवकर का निधन: मराठी फिल्म उद्योग में शोक की लहर

मराठी फिल्म और टीवी जगत के अभिनेता तुषार घडिगांवकर ने 32 वर्ष की आयु में आत्महत्या कर ली, जिससे मनोरंजन उद्योग में शोक की लहर दौड़ गई। काम की कमी और तनाव के कारण उन्होंने यह कदम उठाया। उनके निधन ने मानसिक स्वास्थ्य और कलाकारों के लिए सहायता प्रणाली की आवश्यकता पर चर्चा को फिर से तेज कर दिया है। तुषार की यादें और उनके कार्य हमेशा प्रशंसकों के दिलों में जीवित रहेंगे।
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तुषार घडिगांवकर का निधन: मराठी फिल्म उद्योग में शोक की लहर

तुषार घडिगांवकर का निधन

Tushar Ghadigaonkar Dies: मराठी फिल्म और टेलीविजन जगत से एक दुखद समाचार सामने आया है। 20 जून 2025 को, 32 वर्षीय अभिनेता और निर्देशक तुषार घडिगांवकर ने आत्महत्या कर ली। रिपोर्टों के अनुसार, काम की कमी और मानसिक तनाव के कारण उन्होंने यह कदम उठाया। इस घटना ने मराठी मनोरंजन क्षेत्र में शोक की लहर पैदा कर दी है। तुषार के करीबी दोस्त और अभिनेता अंकुर विठ्ठलराव वाढवे ने इंस्टाग्राम पर उनकी मृत्यु पर शोक व्यक्त किया।


तुषार घडिगांवकर का योगदान

तुषार घडिगांवकर ने मराठी सिनेमा, टीवी धारावाहिकों और रंगमंच पर अपनी अदाकारी का लोहा मनवाया। उन्होंने 'लवंगी मिर्ची', 'मन कस्तूरी रे', 'भाऊबली', 'झॉम्बिवली' और 'सुखाच्या सरींनी हे मन बावरे' जैसे कई प्रोजेक्ट्स में काम किया। इसके अलावा, उन्होंने संजय लीला भंसाली की फिल्म 'मलाल' में भी एक छोटी भूमिका निभाई। तुषार ने अपने प्रोडक्शन हाउस 'घंटा नाद प्रोडक्शन' के तहत कई मराठी म्यूजिक वीडियो और टीवी शो 'तुझी माझी यारी' का निर्देशन किया। उनकी बेहतरीन अदाकारी ने उन्हें दर्शकों के बीच लोकप्रिय बना दिया।


32 वर्ष की आयु में आत्महत्या का कदम

अंकुर वाढवे ने अपनी इंस्टाग्राम पोस्ट में लिखा, "दोस्त, क्यों? किस लिए? काम आता-जाता रहता है! हमें रास्ता ढूंढना चाहिए, लेकिन आत्महत्या कोई हल नहीं है।" उन्होंने यह भी कहा कि मौजूदा हालात कठिन हैं, लेकिन यह निर्णय सही नहीं था। तुषार के इस कदम ने न केवल उनके परिवार और दोस्तों को सदमे में डाला, बल्कि प्रशंसकों को भी गहरा आघात पहुंचाया।


सोशल मीडिया पर शोक व्यक्त कर रहे प्रशंसक

तुषार के निधन ने मनोरंजन उद्योग में मानसिक स्वास्थ्य और काम की अनिश्चितता जैसे मुद्दों पर चर्चा को फिर से तेज कर दिया है। कई लोग अब इस बात पर जोर दे रहे हैं कि कलाकारों के लिए बेहतर सहायता प्रणाली और मानसिक स्वास्थ्य संसाधनों की आवश्यकता है। रांची पुलिस इस मामले की जांच कर रही है और प्रशंसक सोशल मीडिया पर तुषार को श्रद्धांजलि दे रहे हैं। उनकी यादें और उनके कार्य हमेशा मराठी सिनेमा के प्रशंसकों के दिलों में जीवित रहेंगे।