तृणमूल कांग्रेस सांसदों का संसद में धरना, महात्मा गांधी का अपमान बताया
धरने का आयोजन
नई दिल्ली। तृणमूल कांग्रेस के सांसदों ने गुरुवार की रात संसद भवन की सीढ़ियों पर धरना दिया। कड़ाके की ठंड में, वे शुक्रवार की सुबह तक वहीं बैठे रहे। इस धरने में तृणमूल की सभी महिला सांसदों ने भी भाग लिया। ममता बनर्जी की पार्टी ने मनरेगा कानून को बदलकर विकसित भारत जी राम जी बिल लाने को महात्मा गांधी का अपमान करार दिया और इसके खिलाफ गांधीवादी तरीके से 12 घंटे का धरना आयोजित किया।
धरने के दौरान गतिविधियाँ
संसद के मकर द्वार के सामने रात भर धरने पर बैठे तृणमूल सांसदों ने कई बार 'हम होंगे कामयाब' गाना गाया। राज्यसभा सांसद सागरिका घोष ने हर दो घंटे में धरने की तस्वीरें सोशल मीडिया पर साझा कीं। उन्होंने कहा कि सरकार ने मनरेगा का नाम बदलकर महात्मा गांधी का अपमान किया है। तृणमूल सांसद डोला सेन ने कहा, 'मनरेगा के माध्यम से गरीब और पिछड़े लोगों को रोजगार मिला था। सत्ता में बैठे बीजेपी के लोगों को स्वतंत्रता सेनानियों और महात्मा गांधी की कोई इज्जत नहीं है।' उन्होंने यह भी कहा कि 18 दिसंबर को महात्मा गांधी को एक बार फिर मारा गया।
